उत्तराखंड की वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी व राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी का मंगलवार को निधन हो गया। उन्होंने मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। राज्य आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती ने बताया कि वे लंबे समय से बीमार थीं।
राज्य आंदोलन को आगे से लीड करते हुए सुशीला बलूनी लगातार राज्य गठन के लिए लड़ाई लड़ती रही।बीजेपी सरकार के दौरान उन्हें महिला आयोग की अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी दी गई। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा की उत्तराखंड ने उनकी सच्ची हितेषी क़ो खो दिया हैं।
राज्य आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती ने बताया कि वे लंबे समय से बीमार थीं। इस जानकारी के बाद राज्य आंदोलनकारियों में शोक की लहर है। राज्य आंदोलन की महानायिका श्रीमती सुशीला बलूनी के निधन से उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन का एक देदीप्यमान नक्षत्र अस्त हो गया है।
उनका सुनहरा इतिहास था। वे आजीवन संघर्ष में अग्रणी रही उत्तराखंड राज्य निर्माण का इतिहास उनके नाम के बिना अधूरा रह जाएगा ।