रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ, रुद्रप्रयाग डिवीजन ने अपनी लंबित मांगों को लेकर जल संस्थान प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। संघ ने स्पष्ट किया कि अगर उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो 4 मार्च 2025 को विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
संविदा कर्मचारियों की प्रमुख मांगें:
- वेतन विसंगति समाप्त की जाए – संघ का कहना है कि संविदा कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा, जिससे उनके परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
- नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू हो – वर्षों से सेवा दे रहे संविदा कर्मियों को स्थायी किया जाए ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो।
- भत्तों का समय पर भुगतान हो – कर्मचारियों को मिलने वाले विभिन्न भत्तों में देरी हो रही है, जिससे वे वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं।
- उचित वेतन मिले – संघ ने आरोप लगाया कि कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन से भी कम भुगतान किया जा रहा है, जो अनुचित और अन्यायपूर्ण है।
- सुरक्षा और सुविधाएं बढ़ाई जाएं – जल संस्थान के कई कर्मचारी जोखिमपूर्ण परिस्थितियों में कार्य कर रहे हैं, लेकिन उन्हें पर्याप्त सुरक्षा उपकरण और सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं।
संविदा श्रमिक संघ के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने सरकार और जल संस्थान प्रशासन से अपील की कि संविदा कर्मचारियों की समस्याओं का गंभीरता से समाधान किया जाए।
4 मार्च को प्रस्तावित इस विरोध प्रदर्शन पर प्रशासन की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण होगी। यदि संविदा कर्मचारियों की मांगें नहीं मानी गईं, तो यह आंदोलन और भी व्यापक रूप ले सकता है।