नशा, समाज को खोखला कर रहा है- ललित जोशी
कालसी के रामलीला मैदान में नशे के खिलाफ जन-जागरूकता अभियान को लेकर महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में 39 खतों से आए प्रबुद्धजनों ने नशे की रोकथाम के लिए मंथन किया और जौनसारी बाबर क्षेत्र में भी बढ़ते नशे के प्रभाव पर अपनी चिंता जाहिर की। नशे की रोकथाम को लेकर महापंचायत द्वारा 16 महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
नशे की रोकथाम को लेकर आयोजित महापंचायत को मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्ट्राचार निवारक समिति उत्तराखंड ने भी सजग इंडिया के माध्यम से अपना समर्थन दिया। समिति के अध्यक्ष एवं सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी के चेयरमैन ललित मोहन जोशी ने महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि महापंचायत में उपस्थित प्रबुद्धजनों की चिंताओ को सुनकर ऐसा महसूस हो रहा कि सम्पूर्ण जौनसार बाबर क्षेत्र भी नशे से अछूता नहीं रहा है। इस नशे को जड़ से समाप्त करने के लिए वह पिछले 15 से अधिक वर्षों से प्रयासरत हैं, जौनसार-बावर में प्रबुद्धजनों द्वारा नशे की रोकथाम के लिए जा रहे निर्णयों का वह पूर्ण समर्थन करते हैं, और जल्द यहां के स्कूलों में पहुंचकर वह सजग इंडिया के तहत युवा संवाद कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं से नशे से दूर रहने की अपील करेंगे।
ललित जोशी मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्ट्राचार निवारक समिति के बैनर तले सजग इंडिया के माध्यम से विगत 15 से अधिक वर्षों से नशे के खिलाफ जन-जागरूकता अभियान चला रहे हैं। वह प्रदेशभर के स्कूलों में पहुंचकर 7 लाख से अधिक युवाओं से नशे के दुष्प्रभावों को लेकर संवाद कर चुके हैं। उन्होंने इस अभियान के माध्यम से की युवाओं को नशे के आगोश से बाहर निकालकर उनके जीवन को नई दिशा दी है।
महापंचायत द्वारा नशे की रोकथाम के लिए 16 प्रमुख निर्णय लिए गए-
प्रत्येक उपस्थित सदस्यों द्वारा अपने-अपने गांव में इसकी रोकथाम का प्रयास किया जाएगा।
फेरी रेहड़ी वालों पर जौनसार के क्षेत्र में पूर्ण सत्यापन होना आवश्यक है।
छोटे कस्बों में स्थानीय में बाजार में नशे का व्यवसाय करने वालों को चिन्हित कर उसको पुलिस को अवगत कराना।
पुलिस प्रशासन को उपरोक्त जानकारी वहां के जनप्रतिनिधी एवं स्याणा द्वारा अवगत करवाना।
इस महापंचायत को अगले क्रम में कहीं और जगह-जगह पर प्रारंभ करना। क्षेत्रीय स्कूलों में इसकी काउंसलिंग करवाना।
क्षेत्रीय सड़कों पर पुलिस प्रशासन के साथ बाहर से आने वाले पर्यटकों के खुले में शराब एवं अन्य मादक पदार्थों पर पूर्ण रूप प्रतिबंध रहेगा। कोई भी जनप्रतिनिधि गण यदि नशे में लिफ्त व्यक्ति का सहयोग (थाना/प्रशासन)करता है तो उसका भी विरोध किया जाएगा। गांव में भांग की खेती करने वालों पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया जाएगा। शादी विवाह में खुले बार पर पूर्णत (शराब) प्रतिबंध लगाना होगा। प्रत्येक खत में एक समिति का गठन होका, एवं वह 1 महीने में पुलिस/ राजस्व विभाग के साथ समन्वय बैठक करके प्रत्येक गतिविधियों को जनमानस को अवगत करवाया जाएगा।
प्रत्येक गांव में महिलाओं को जागरूक करना आवश्यक होगा।
इस नशे की लड़ाई के विरुद्ध कोई भी सदस्य राजनीति स्तर पर इसको नहीं ले जाएगा। नशे के विरुद्ध माघ पर्व पर सभी ग्रामवासी अपने-अपने गांव में बैठक का विचार विमर्श करेंगे एवं उस विचार को समिति को अवगत करवाएंगे। नशे के विरुद्ध लड़ाई में अपने एवं पराये बच्चों में अंतर नहीं करना होगा जो भी इसमें लिप्त होगा उसकी जानकारी परिवार वालों को अवश्य देनी होगी।
महापंचायत में विकास नगर विधायक मुन्ना सिंह चौहान, पुलिस अधीक्षक देहात लोकजीत सिंह, एसडीएम चकराता हरीगिरी गोस्वामी व सीओ विकासनगर भाष्कर लाल शाह, पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक् चमन सिंह, कनिष्ठ ब्लॉक प्रमुख रितेश असवाल, कालसी, शिक्षाविद अनिल तोमर, आरोग्यम मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन संदीप केडिया सहित अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।