दिनांक 9सितम्बर 2020 को 9बजकर 9 मिनट पर उत्तराखण्ड बीएड tet प्रशिक्षित बेरोजगारों के समर्थन में मुख्यमंत्री आवास के गेट पर दीपक जलाने पहुंचे। अभिषेक बहुगुणा सहित कुछ युवाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर दिया।
पुलिस का कहना था कि इन्हें सुरक्षा के मद्देनजर हिरासत में लिया गया है और सुबह एसडीएम कोर्ट में पेश किया जाएगा। इन उत्साही युवकों ने एक बैनर के साथ मार्च निकाला और मुख्यमंत्री आवास के गेट पर रोजगार की मांग करते हुए दीपक जलाया, जहां पर सिक्योरिटी ने इन्हीं हिरासत में ले लिया।
इसके अलावा प्रदेशभर में बेरोजगार युवकों ने अपने परिवार जनों के साथ मिलकर प्रदेश भर के *प्राथमिक विद्यालयो में रिक्त समस्त 4000 पदों पर भर्ती करवाने हेतु* आक्रोशित होकर covid-19 महामारी को देखते हुए सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अपने अपने घरों में मोमबत्ती जलाकर आक्रोश और व्यथा प्रकट की।
बीएड tet प्रदेश बेरोजगार महासंघ के प्रदेश कार्यकारिणी के कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में 40 हजार बीएड प्रशिक्षितों ने 2011 और 2013 में अध्यापक पात्रता परीक्षा( TET) पास की हैं जबकि NCTE द्वारा TET प्रमाण पत्र की वैद्यता केवल 7 साल ही रखी हैं । जिससे प्रदेशभर के बेरोजगारों में निराशा के साथ साथ आक्रोश/अविश्वास की स्थिति बनी हुई हैं । जबकि उत्तराखण्ड राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में RTE मकानुसार 4000 पद रिक्त हैं । और सरकार का भर्ती प्रक्रिया के प्रति उदासीन रवैया निन्दनीय और चिंताजनक हैं । और उत्तराखण्ड सरकार जिम्मेदारियों और उत्तरदायित्वों से विभूख हो रही ।
इससे पूर्व प्रदेश के बीएड प्रशिक्षतों ने शिक्षा निदेशालय परिसर देहरादून में भर्ती प्रक्रिया को लेकर 300 दिनों तक धरना दिया । और निरन्तर शिक्षामंत्री उत्तराखण्ड सरकार अरविंद पांडेय से गुहार लगाई गई । और दर्जनों विधायको के माध्यम से भी उत्तराखण्ड सरकार को ज्ञापन प्रस्तुत करवाये गए। जबकि सरकार का बेरोजगारों के प्रति उदासीन रवैये से प्रशिक्षितों में आक्रोश बना हुआ है।
मोमबती दीपक प्रज्वलित कर प्रदेश भर के बेरोजगारों ने सरकार से मांग की हैं कि शीघ्र ही प्राथमिक विद्यालयों में रिक्त समस्त 4000 पदों विज्ञप्ति जारी करे। यदि सरकार विज्ञप्ति जारी नही करती हैं प्रदेश भर के बीएड प्रशिक्षित बेरोजगार सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे।