भारतीय बैंकों में अनक्लेम्ड जमा राशि में विशाल वृद्धि देखा जा रहा है। 2023 मार्च तक, यह राशि 42,270 करोड़ रुपये पहुंच गई है, जो 2021-2022 वित्त वर्ष में 32,934 करोड़ रुपये थी।
जब किसी बैंक खाते में पड़े पैसे को लावारिस घोषित किया जाता है, तो वह पैसा फिर जमाकर्ता शिक्षा और जागरूकता (DEA) फंड में स्थानांतरित किया जाता है, जहां इसे सरकारी प्रतिभूतियों जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश किया जाता है। इस पैसे को अपना साबित करने के लिए, आपको या आपके परिवार के लिए कई प्रकार के फॉर्मालिटीज को पूरा करना पड़ता है। उसके बाद भी यह उम्मीद नहीं होती कि पैसा वापस मिल भी पाएगा या नहीं।
यदि आप नहीं चाहते कि आपका जो पैसा बैंक अकाउंट में पड़ा हुआ है वह ऐसे ही एनक्लेम्ड हो जाए। तो जो नीचे हम जानकारी दे रहे हैं उसे ध्यान से पढ़ें:
नियमित लेन-देन :
यदि आप अपने खाते से नियमित लेनदेन नहीं कर रहे हैं तो ऐसे में आपके खाते का जो पैसा है वह अनक्लेम्ड हो सकता है। 10 साल तक बैंक खाते में किसी तरह का लेनदेन नहीं करने पर वो अनक्लेम्ड हो जाता हैं।
नॉमिनी बनाए:
अपने बैंक खाते में नॉमिना बनाना भी पैसे का लावारिस हो जाने के चांसेस बढ़ जाते हैं। क्योंकि यदि बैंक खाता धारक की मृत्यु हो जाए और बैंक अकाउंट में नॉमिनी ही ना हो तो पैसा कैसे दिया जाए यह एक समस्या बन जाती है। इसलिए बैंक खाते में नॉमिनी जरूर बनाएं।
पर्याप्त जानकारी साझा करें:
अगर आप अपने बैंक खाते में पड़े पैसे को लावारिस नहीं होने देना चाहते तो बैंक के साथ अपनी पर्याप्त जानकारी साझा करें । कई बार पर्याप्त जानकारी बैंक के पास नहीं होने पर खाते को अनक्लेमड कर दिया जाता है।
संभाले अपनी एफडी रसीदे:
फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में निवेश करते समय, एफडी पर्चियों को सुरक्षित रूप से रखें। ये दस्तावेज़ आपके निवेश के सबूत के रूप में काम करते हैं और नॉमिनी के लिए धन का दावा करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
परिजनों से साझा करें जानकारी:
अपने बैंक खातों की जो जानकारी है उसे अपने परिजनों के साथ जरूर साझा करें, ऐसा करने से किसी भी मुश्किल समय में आपके परिजन आपके बैंक खाते का इस्तेमाल कर सकते हैं जब आप उसे इस्तेमाल करने की स्थिति में नहीं होंगे।
कम बैंक अकाउंट रखें:
साथ ही बहुत ज्यादा बैंक खाते न रखें , इससे आप बार-बार खाते का इस्तेमाल नहीं कर पाए जिससे अनक्लेमड होने की समस्याएं और ज्यादा बढ़ जाती हैं।