देहरादून। बिजेंद्र राणा
दीपावली पर्व के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए उत्तराखंड की कैम्प 108 आपातकालीन सेवा पूरी तरह मुस्तैद है।
प्रदेशभर में 108 सेवा की सभी 272 एंबुलेंस हाई अलर्ट मोड पर रखी गई हैं। साथ ही 18 अतिरिक्त बैकअप एंबुलेंस और मोबाइल मॉनिटरिंग टीमें भी सक्रिय कर दी गई हैं।
कैम्प 108 मुख्यालय देहरादून में आयोजित बैठक में जीएम प्रोजेक्ट्स अनिल शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दीपावली के दौरान किसी भी आपात स्थिति में प्रतिक्रिया समय (Response Time) न्यूनतम रखा जाए।
उन्होंने कहा कि “प्रदेश के सभी जिलों में एंबुलेंस कर्मियों को छुट्टी पर भी सेवा के लिए तैनात किया गया है ताकि किसी को भी परेशानी न हो।”
दीपावली पर अलर्ट मोड में 108 सेवा
त्योहारों के मद्देनजर संवेदनशील इलाकों — जैसे देहरादून के सर्वे चौराहा, घंटाघर, रायपुर, बल्लूपुर, विधानसभा, रेसकोर्स, प्रेमनगर और जाखन — पर विशेष एंबुलेंस तैनात की गई हैं।
भीड़ या ट्रैफिक जाम की स्थिति में एंबुलेंस को बाधा न हो, इसके लिए टेक्निकल मॉनिटरिंग सिस्टम सक्रिय किया गया है। जिससे ट्रैफिक जाम या दुर्घटना की सूचना तुरंत देहरादून के केंद्रीय कॉल सेंटर तक पहुंचाई जा सके।
कॉल सेंटर में बढ़ेगा स्टाफ
पिछले वर्ष धनतेरस और दीपावली के दौरान आपात कॉल्स की संख्या में वृद्धि को देखते हुए इस बार केंद्रीय कॉल सेंटर में अतिरिक्त टेक्निकल स्टाफ की तैनाती की गई है।
पिछले वर्ष (31 अक्टूबर से 1 नवंबर 2024) के आंकड़ों के अनुसार:
- कुल केस: 759
- प्रसव संबंधित: 210
- एंबुलेंस में प्रसव: 3
- रोड ट्रैफिक एक्सीडेंट: 57
- हृदय रोग से संबंधित: 19
- अन्य: 473
मोबाइल टीमों की तैनाती
108 सेवा की मोबाइल टीमें सुबह 8 बजे से रात 12 बजे तक फील्ड में सक्रिय रहेंगी। ये टीमें प्रत्येक जिले में तैनात कर्मियों की मुस्तैदी और एंबुलेंस की उपलब्धता का रियल-टाइम मॉनिटरिंग करेंगी।
अब तक की सेवा उपलब्धियां
मई 2019 से सितंबर 2025 तक कैम्प 108 सेवा के माध्यम से:
- कुल केस: 8,09,207
- प्रसव संबंधी केस: 2,76,169
- एंबुलेंस में प्रसव: 4,158
- रोड एक्सीडेंट केस: 69,601
- हृदय रोग संबंधित केस: 36,138
- अन्य केस: 5,08,299
अनिल शर्मा ने कहा कि “108 सेवा के EMTs और पायलट्स की समर्पित सेवा भावना से आज लाखों लोगों की जान बचाई जा चुकी है। रिस्पॉन्स टाइम में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है।”
‘कैम्प खुशियों की सवारी’ भी अलर्ट मोड में
त्योहारों के दौरान कैम्प खुशियों की सवारी (KKS) सेवा को भी अलर्ट मोड में रखा गया है, ताकि गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को घर से अस्पताल या जांच केंद्र तक आसानी से पहुंचाया जा सके।
पिछले वर्ष (धनतेरस से दीपावली) के दौरान:
- कुल केस: 236
- प्रसव उपरांत जच्चा-बच्चा को घर पहुंचाया गया: 230
- बीमार नवजात को उपचार के बाद घर पहुंचाया गया: 6
सितंबर 2021 से सितंबर 2025 तक KKS सेवा के आंकड़े:
- कुल केस: 3,37,992
- प्रसव उपरांत जच्चा-बच्चा घर पहुंचाए: 2,12,741
- बीमार नवजात घर पहुंचाए: 11,990
- अल्ट्रासाउंड हेतु घर से हेल्थ सेंटर तक: 54,812
- अल्ट्रासाउंड उपरांत घर वापसी: 57,799
नागरिकों से अपील
अंत में जीएम अनिल शर्मा ने प्रदेशवासियों से अपील की कि दीपावली सुरक्षित और सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाएं। उन्होंने कहा, “त्योहार के दौरान सतर्क रहें, पटाखों से दूरी बनाएं और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। कैम्प 108 सेवा हमेशा आपकी मदद के लिए तैयार है।”


