जून 2025 पुरोला। नीरज उत्तराखंडी
— किसानों की फसलें झेल रही सूखे का कहर!!
–विभाग व ठेकेदार को न किसानों के हितों की परवाह न प्रशासन की कार्रवाई का डर!!
–पीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद भी नहीं हुआ समस्या का समाधान।
एससीपी योजना अंतर्गत जिस नहर में 9.54 लाख रुपए खर्च करने के बाद भी पानी नहीं चला पाया अब उसी नहर में जिला योजना में 4 लाख की लागत से काम शुरू होने की चर्चा है।
सरकार की हुई योजना स्वीकृति मेहरबानी अफसोस विभाग और ठेकेदार की मिलीभगत मनमानी नहीं लिख पाई किसानों की खुशहाली की कहानी ।
लघु सिंचाई नौगांव का बड़ा कारनामा 9 लाख 54 रुपए खर्च करने के बाद भी खुनीगाड़ नहर में पहुंचा नहीं पानी।
अब जिला योजना से 4 लाख रुपए खर्च करने की योजना।
नाची नहीं राधा पी गई 9 मण तेल
यह कहावत लघु सिंचाई विभाग की खुनीगाड़ नहर पर खरी उतरती दिखाई दे रही है। जहां विभाग ने स्पेशल कम्पोनेन्ट प्लान के अंतर्गत 9 लाख 54 हजार की विशाल धनराशि खर्च करने के बाद भी क्षतिग्रस्त नहर में पाइप के माध्यम से पानी नहीं पहुंचा पाया और किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए मिला पैसा पानी में बहा दिया और अब इसी नहर में जिला योजना से 4 लाख की लागत से पुनर्निर्माण कार्य विभाग के सहायक अभियंता एसके शर्मा कहे अनुसार शुरू कर दिया गया है।
शिकायत कर्ता मोहन लाल ने मामले की शिकायत सीएम पोर्टल की तो विभाग ने
प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार
24 अगस्त 2024 को अधिशासी अभियंता सिंचाई – भरत राम ने शिकायत कर्ता मोहन लाल द्वारा सीएम पोर्टल पर की गई शिकायत के जवाब में सहायक अभियंता के हवाले से अवगत करवाते हुए कहा कि सहायक अभियंता लघु सिंचाई उपखण्ड नौगाँव ने अपने कार्यालय पत्र संख्या 1830 दिनाँक 23-08-2024 द्वारा अवगत कराया है कि ग्राम पंचायत कुकरेड़ा के खेड़ा खूनिगाड़ मे गूल निर्माण की जगह 63 mm के 900 मीटर पाइप बिछाये गए एवं 2 चेम्बर एस0सी0एस0पी0 मद के अंतर्गत बनाए गए थे। जिसकी कुल लागत 9.54 लाख रू है। से पुष्टि होती है।
जिम्मेदार महकमे के अफसरों का कहना है कि अब जिला प्लान से 4लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं उक्त नहर में निर्माण कार्य किया जाएगा और शीघ्र सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराया जाएगा।
सच्चाई जानने के लिए
विभाग के सहायक अभियंता एसके शर्मा से उनके मोबाइल नंबर पर कई बार संपर्क करने पर ” मुझे तुम याद करना और मुझको याद आना तुम” की रिंग टोन बजती रहती है पर फोन नहीं उठा।
वहीं अधिशासी अभियंता भरत राम का कहना है कि अब जिला प्लान से उक्त नहर में निर्माण कार्य किया जाएगा और शीघ्र सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराया जाएगा।
स्थानीय निवासी किसान मोहन दास ने बताया कि
30/7/2024 को शिकायत की थी,लेकिन कोई जांच करवाई नहीं की गयी 24/8/24 को 9.54 लाख स्वीकृत हुआ लेकिन काम नहीं हुआ खाली धन का दुरुपयोग किया गया ठेकेदार और विभाग के मिली भगत से कार्य पूरा नहीं किया 29/10/24 को लघु सिंचाई के अधिकारी से फोन पर बात हुए तत्काल पानी देने के लिए बोला गया था लेकिन पानी नहीं मिला 25/11/24 को je और Ae खुद स्थलीय निरिक्षण करके गये और ये बोल के गये की यदि आप चुप बैठे रहेगे फिर हम जिला योजना से 7 लाख की मांग करके कार्य को शुरू कर देगे पिछला भूल जाओ क्या हुआ क्या नहीं एक साल में एक काम के लिए 16.54 लाख खर्च किये गये है मात्र 300 से 400 मीटर के लिये प्लास्टिक के पाइप के लिये कार्य सही नहीं हो रहा है कार्य की जाँच होनी चाहिए भ्रस्टाचार खूब बढ़ रहा हैं अधिकारी ही संलिप्त हैं तो जांच करे हमारा कहना ये हैं अधिकारियों और ठेकेदारों कि जाँच होनी चाहिये तीन साल से क्यारी बंजर पडी है किसान का गुजारा करना मुश्किल हो गया है आलू की खेती क्यारियों मे ही सुख गये है. किसान के सामने एक बहुत बड़ा संकट है किसानी करने का यदि शाशन प्रशासन के पास हमारी बात पहुचे त तत्काल जांच करवाइए।