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एक्सक्लूसिव खुलासा : शातिर दिमाग लगाकर ग्राम प्रधान ने ठिकाने लगाई तमाम जमीने। बनी करोड़ों की मलकिन

ग्राम सभा गल्जवाड़ी की प्रधान,तीन योजनाओं से प्रधान पद पर काबिज लीला शर्मा बनी करोड़ों की मालकिन

2008 से लगातार गल्जवाड़ी ग्राम सभा के प्रधान पद पर काबिज लीला शर्मा आज करोड़ों की मालकिन बन चुकी है! 

गौरतलब है कि लीला शर्मा ने 2008 के शपथ पत्र में अपनी संपत्ति निल, बैंक बैलेंस निल और अपने आपको अनपढ़ बता रखा है, 2008 से लेकर अब तक ऐसा कौन सा चमत्कार हो गया कि लीला शर्मा इन 14 वर्षों में अकूत संपत्ति की मालकिन बन गई, ये एक जांच का विषय है! 

2018 में मनरेगा घोटाले में जेल की हवा खा चुकी ग्राम प्रधान के जेल से आने के पश्चात् और हौसले बुलंद हो गये! 

तमाम ग्राम सभा की जमीनें भूमाफिया के साथ मिलकर बेच दी गई, अपना वोट बैंक मजबूत करने के लिए इंदिरा नगर में अपने तमाम रिश्ते दार बसा डाले! 

यही नहीं फर्जी कागजातों के सहारे जादड़ ग्राम में पूरी आबादी ही बसा डाली! 

पेश मामला गल्जवाड़ी तोक ग्राम का है जहाँ की तकरीबन 10 बीघा जमीन खसर नं 667,668 पर कब्जे को लेकर विवाद बना हुआ है ग्रामीणों के भारी विरोध के बावजूद ये कुछ लोगों के फर्जी कागजातों के सहारे कब्जा करने का प्रयास कर रही है! 

गौरतलब है कि गल्जवाड़ी ग्राम सभा में अंगेलिया हाउसिंग सोसाइटी की जमीन थी, जो आजकल राजस्व विभाग के कब्जे में होनी चाहिए थी किंतु इसने अपना शातिर दिमाग लगा कर तमाम जमीन ठिकाने लगा दी, यही नहीं पंचायती जमीनों को भी खुर्द बुर्द कर दिया! 

मामले की अगर गंभीरता से जांच हो तो एक बार फिर इसे सलाखों की हवा खाने से कोई नहीं रोक सकता!

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