सियासी गलियारों से एक और नई खबर निकलकर सामने आ रही है,जिसमें कांग्रेस पार्टी के मौजूदा विधायक भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं।
गौरतलब है कि सियासी सूत्रों के अनुसार इनकी भाजपा की आला नेताओं से देश की राजधानी दिल्ली में मुलाकात हो चुकी है और उचित पुनर्वास की शर्त पर यह बीजेपी ज्वाइन करने को तैयार हैं। दरअसल भाजपा में जाते ही कांग्रेस के इस नेता की विधायकी दल बदल कानून के तहत चली जाएगी। ऐसे में दल बदल के लिए इन्होंने उचित पुनर्वास का ठोस आश्वासन मांगा है । भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं के राष्ट्रीय अधिवेशन में व्यस्त होने के चलते उनके पुनर्वास की दशा और दिशा तय नहीं हो पाई है, इसीलिए हाई कमान की हरी झंडी का इंतजार किया जा रहा है।
इनको बड़े राष्ट्रीय भाजपा नेता की मौजूदगी में देहरादून में ही ज्वाइन कराए जाने की तैयारी की जा रही है।
गौर तलब है कि यह कांग्रेस विधायक पिछले राष्ट्रपति के चुनाव के दौरान विधानसभा के अंदर क्रॉस वोटिंग को लेकर भी चर्चा में आए थे।
उस दौरान कांग्रेस के अंदर भी यह सवाल काफी गुंजा था कि आखिर वह ब्लैकशीप कौन है ! कांग्रेस ने इसको लेकर जांच भी बिठाई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया था।
अब चर्चा है कि यह विधायक जल्दी ही भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी लगातार कांग्रेस तथा अन्य पार्टियों के बड़े नेताओं को लगातार अपने कुनबे में शामिल करती जा रही है।
कुछ समय पहले ही जोत सिंह बिष्ट, दिनेश धने, मोहन काला आदि नेताओं को भाजपा अपने पाले में शामिल कर चुकी है।
अब मौजूदा कांग्रेस विधायक को शामिल करके भाजपा कांग्रेस पर मनोवैज्ञानिक और रणनीतिक बढत हासिल करना चाहती है।
भारतीय जनता पार्टी के रणनीतिकारों का कहना है कि इसे लोकसभा चुनाव की तैयारी को गति मिलेगी और कांग्रेस पहले ही हथियार डाल देगी। पाला बदलने के लिए उचित मुहूर्त का इंतजार कर रहे कांग्रेस विधायक का कहना है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व से प्रभावित होकर राष्ट्रवाद और हिंदुत्व की विचारधारा के साथ भारतीय जनता पार्टी में रहकर देश सेवा करना चाहते हैं।