खुलासा: आयुर्वेदिक डाक्टर बनाने के नाम पर हो गई ठगी
उत्तराखंण्ड आयुर्वेद विश्विद्यालय के मुख्य परिसर के आयुर्वेद संकाय में ठगी का एक बड़ा रैकेट सामने आया है।सूत्र बताते हैं कि इस ठगी के रैकेट में आयुर्वेद संकाय का एक आला कर्मचारी शामिल है।
पांच छात्र छात्राओं को मुख्य परिसर में प्रवेश का झांसा दिया गया है ।इनमें कुछ छात्र छात्राएं दिल्ली एवं चंडीगढ़ से हैं।सूत्रों के अनुसार इनके नाम नितिका ,कृति, दीक्षा डंगवाल,प्राची हैं, जिन्हें मुख्य परिसर में प्रवेश का झांसा दिया गया है।इनमें से कुछ छात्राएं होस्टल में भी रह रही है, जिन्हें लगातार सीट खाली होने पर एडमिशन का आश्वासन दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार मुख्य परिसर का प्रिंसिपल बता, किसी अनजान शख्स ने इन्हें प्रवेश का झांसा दिया है और इन्हें बीच बीच मे कक्षाओं में भी बैठा दिया है।
आयुर्वेद संकाय के मुख्य परिसर में जब पर्वतजन टीम व्यवस्थाएं जांचने पहुंची तो वहां शराब पीए हुए कर्मचारी गेट पर आपत्तिजनक हालत में मिले।अस्पताल परिसर से शराब ,सिगरेट और आपत्तिजनक वस्तुओं के मिलने की तस्दीक वहां के कर्मचारी दबी जुबान से करते रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार छात्र छात्राओं के पठन पाठन वाले परिसर के ठीक ऊपर केंटीन चल रही है, जिसके सामने अस्पताल के वार्ड के नाम पर गेस्ट हाउस बना हुआ है। यह गेस्ट हाउस कई आपत्तिजनक गतिविधियों का अड्डा है। जहाँ विश्विद्यालय के कर्मचारी रात को आपत्तिजनक अवस्था मे देखे जाते हैं।इन सभी गतिविधियों को संचालित करने के पीछे विश्विद्यालय के ही एक आला अधिकारी का हाथ होने की बात दबी जुबान से की जा रही है। जिसे पूर्व कुलसचिव डॉमृत्युंजय मिश्र ने भी अभिभावकों की शिकायत पर मुख्य परिसर से हटाया था।