भाजपा के नए नवेले जीतकर आए विधायकों के दिल में शायद क्षेत्रीय जनता के लिए इतना प्यार है कि वे कोई भी कदम उठाने से पहले पार्टी के मुखिया तक को नहीं पूछते। द्वाराहाट के विधायक महेश नेगी और रुद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चौधरी ऐसे ही वीर प्रतिनिधियों में शामिल हैं। महेश नेगी ने पिछले दिनों अपनी विधानसभा के खुजरानी गांव में एक लड़की की मौत हो जाने पर इसे भुखमरी से हुई मौत कहते हुए मुख्यमंत्री को न सिर्फ पत्र लिखा, बल्कि इसे मीडिया में भी सार्वजनिक कर दिया। परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष तक को सफाई देनी पड़ी कि यह मौत आनुवांशिक बीमारी से हुई है, न कि भुखमरी से।
चंद रोज बाद ही रुद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चौधरी ने डंडी-कंडी का ठेका बाहरी कंपनी को दिए जाने पर स्थानीय बेरोजगारों के साथ मोर्चा खोल दिया और साफ ऐलान कर दिया कि क्षेत्रीय जनता के हितों के लिए विधायकी भी त्यागनी पड़े तो कोई बात नहीं।
बहरहाल, ये दोनों नए-नवेले विधायक फ्रंट फुट पर खेलने के कारण अपने लोगों में हीरो हो गए हैं।