जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी पौड़ी गढ़वाल के लिए प्रोफेसरों और कुलसचिव की भर्ती के लिए आज हरिद्वार में इंटरव्यू हो रहे हैं।
पर्वतजन के पास पहले से ही चयनित होने वाले प्रोफेसरों की लिस्ट है। आज के साक्षात्कार में चयनित किए गए अभ्यर्थी 29 मई को बोर्ड ऑफ गवर्नर(BOG) की मंजूरी के बाद BOG के अध्यक्ष तथा मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर के बाद घुड़दौड़ी कॉलेज में बाकायदा प्रोफेसर बन जाएंगे। और हाईस्कूल पास भ्रष्ट संदीप कुमार को कुलसचिव बनाने के लिए हमारे तथाकथित ईमानदार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत हस्ताक्षर कर देंगे।
अब मुख्यमंत्री को किस भाषा मे समझाया जाए कि भ्रष्ट संदीप के खिलाफ कई जांच चल रही हैं। एक जांच पौड़ी एडीएम कर रहे हैं। दूसरी जांच देहरादून विजिलेंस कर रही है।तीसरी जांच मे गढवाल कमिश्नर दोषी ठहरा कर कार्रवाई की सिफारिश कर चुके हैं। चौथी जांच मे पूर्व अपर सचिव तकनीकी शिक्षा दोषी ठहरा चुके हैं। एक बार मुख्य सचिव कार्रवाई करने के लिए लिख चुके हैं। मतलब साफ है कि त्रिवेंद्र रावत पूरी तरह से ओमप्रकाश के चंगुल मे हैं।वही साक्षात्कार से पहले तय कर चुके हैं कि कुलसचिव तो संदीप ही बनेगा। अब जीरो टोलरेंस सिर्फ जुमला है ।
पर्वतजन साक्षात्कार से पहले ही इनकी लिस्ट जारी कर रहा है। यदि यही लोग चयनित होकर प्रोफेसर बने तो यह कहा जा सकता है कि यह इंटरव्यू मात्र एक दिखावा है। पौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज में कॉलेज की अनियमितताओं और कुलसचिव के पद पर साक्षात्कार के खिलाफ एक बार फिर से स्थानीय लोग धरने पर हैं लेकिन शासन प्रशासन और सरकार लगातार खराब हो रही छवि के बावजूद कोई एक्शन लेने को तैयार नहीं है।
वर्ष 2013 में भी प्रोफेसरों के इंटरव्यू किए गए थे लेकिन इसमें भारतीय वित्तीय अनियमितताओं तथा आरक्षण के रोस्टर का पालन न करने के कारण हाई कोर्ट द्वारा यह नियुक्तियां रद्द कर दी गई थी।
हाईकोर्ट ने दोबारा से साक्षात्कार आयोजित करने के आदेश दिए थे, किंतु इस बार भी रोस्टर का पालन नहीं किया गया है।
जाहिर है कि इससे SC, ST आदि के अभ्यर्थी चयनित होने से वंचित रह जाएंगे।
पर्वतजन इस साक्षात्कार में चयनित होने वाले कुल 17 अभ्यर्थियों के नाम का खुलासा कर रहा है। इस में से प्रोफेसर के पद पर डॉक्टर आरवी पटेल, डॉ एमपीएस चौहान और डॉक्टर आशीष नेगी हैं।जबकि एसोसिएट के पद पर डॉक्टर SS भदोरिया का चयनित होना तय है।
असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर 13 अभ्यर्थियों का चयन होना फिक्स है। इसमें घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर एम पीएस चौहान की पुत्री ईशु चौहान के साथ ही इति तेली, हर्षित कन्याल, अजय कुमार, दीपेंद्र वर्मा, पपेंद्र कुमार, मनोज पाठक, अमित जोशी, चंद्रवीर सिंह, विनय पटेल देवेश शर्मा, राहुल कुमार और सुमित कुमार राय को चयनित किया जाना पहले से ही तय है।
सवाल यह है कि यदि इनका चयन किया जाना पहले से ही तय है तो फिर यह साक्षात्कार का दिखावा किस लिए ! और मुख्यमंत्री बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष होने के नाते 29 मई को इनके चयन पर फाइनल हस्ताक्षर भी कर देंगे।
पर्वतजन अपने पिछले लेखों में बताता रहा है कि यह सब गोरखधंधा पौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज के भ्रष्ट तथा अयोग्य कर्मचारी संदीप कुमार के द्वारा अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश से मिलीभगत के चलते किया जा रहा है।
इस पर पहले भी कई रिपोर्ट लिखी जा चुकी हैं। किंतु मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत भी प्रचंड बहुमत के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की तरह आंखें बंद किए बैठे हैं। पहले भी ओम प्रकाश और संदीप कुमार के आपसी भ्रष्ट गठजोड़ के कारण साक्षात्कारों के समय धांधली की शिकायतें शासन-प्रशासन में की जाती रही हैं। किंतु यह नापाक गठजोड़ अभी भी जारी है।