कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए नेताओं को नहीं पचा पा रहे भाजपाई
धर्मनगरी हरिद्वार में मचा तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी सतपाल महाराज के आश्रम पर अवैध कब्जे और आश्रम के बाहर कचरा फेंकने का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि हरिद्वार में भाजपा में फिर मार-पिटाई शुरू हो गई है। कुछ दिन पहले मार खाकर हरिद्वार के मेयर अस्पताल में भी भर्ती रहे। मेयर अभी घर पहुंचे ही थे कि भाजपाई में फिर मारपीट शुरू हो गई। पिछली बार मदन कौशिक और सतपाल महाराज के समर्थकों की पिटाई से भाजपा की जबर्दस्त छिछालेदर हुई, जिसमें दिल्ली से लेकर देहरादून तक भाजपा की अंदरूनी राजनीति गरमाती रही।
इस बार हरिद्वार के सांसद रमेश पोखरियाल निशंक और खानपुर के विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के समर्थकों ने एक दूसरे के सर फोड़ दिए। रमेश पोखरियाल निशंक को २०१९ में फिर से हरिद्वार से चुनाव मैदान में उतरना है, वहीं लगातार चौथी बार विधायक बनकर हाशिये पर रखे गए चैंपियन अब आर-पार के मूड में हैं।
रमेश पोखरियाल निशंक और कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन समर्थकों के बीच यह मारपीट उस तिरंगा रैली के दौरान हुई, जिसे भाजपा ने राजनैतिक लाभ लेने के लिए देशभर में आयोजित किया। हरिद्वार की रैली में राजनैतिक लाभ की बजाय जिस प्रकार एक दूसरे के समर्थकों ने एक दूसरे के खिलाफ मुकदमा तक दर्ज करवा दिया है, उससे तो तिरंगा यात्रा की मूल भावना ही भटक गई। भाजपाईयों में सिर-फुटव्वल का स्तर इस कदर जा पहुंचा है कि मारपीट के साथ-साथ सोने की चैन लूटने की भी तहरीर दी गई है।