• Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • वेल्थ
  • हेल्थ
  • मौसम
  • ऑटो
  • टेक
  • मेक मनी
  • संपर्क करें
No Result
View All Result
No Result
View All Result
Home पर्वतजन

बेरोजगारों पर भारी:- सरकारी खुमारी  

in पर्वतजन
0
1
ShareShareShare

Related posts

गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व करने वाले एसजीआरआर विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स श्री दरबार साहिब में सम्मानित

March 29, 2023
13

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के ईएनटी सर्जन ने पॉच साल के बच्चे की श्वास नली से निकाली सीटी

March 28, 2023
39
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने विभिन्न विभागों में  समूह ग के अंतर्गत कनिष्ठ सहायक कंप्यूटर ऑपरेटर  के रिक्त  96 पदों, संग्रह अमीन के  रिक्त 2 पदों तथा आशुलिपिक वैयक्तिक सहायक के रिक्त 16 पदों तथा सहायक भंडारपाल के रिक्त 12 पदों के लिए  सीधी भर्ती द्वारा  चयन के लिए एक विज्ञापन निकाला है।
16 अक्टूबर को प्रकाशित इस विज्ञापन में आवेदन करने की तिथि 17 अक्टूबर है।ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि भी 16 नवंबर है। इसमें वैयक्तिक सहायकों के लिए 3 विभागों ने वैकेंसी निकाली है।
 जिसमें प्राथमिक शिक्षा विभाग ने 22 पदों के लिए तथा पीडब्ल्यूडी ने भी 22 पदों के लिए और लघु सिंचाई विभाग ने 3 वैयक्तिक सहायकों के लिए आवेदन मांगे हैं।
 अब आप विडंबना देखिए कि इन तीनों विभागों ने एक ही काम, एक ही वेतनमान तथा एक ही पदनाम के लिए कंप्यूटर विज्ञान में अलग-अलग योग्यता मांगी है।
लघु सिंचाई विभाग के वैयक्तिक सहायकों के पदों के लिए डीओईएसीसी सोसायटी द्वारा संचालित कंप्यूटर पाठ्यक्रम या माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तराखंड द्वारा संचालित कंप्यूटर पाठ्यक्रम का सर्टिफिकेट मांगा है।
जबकि जनजाति कल्याण विभाग के आशुलिपिक कम कंप्यूटर ऑपरेटर के पदों के लिए भी डीओएसीसी सोसायटी द्वारा संचालित सीसीसी पाठ्यक्रम उत्तीर्ण या राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त किसी अन्य सोसाइटी से प्रशिक्षण का सर्टिफिकेट मांगा है।
 लोक निर्माण विभाग ने वैयक्तिक  सहायक के पदों के लिए डीओईएसीसी सोसायटी द्वारा संचालित एक वर्षीय कंप्यूटर पाठ्यक्रम या किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से 1 वर्षीय कंप्यूटर पाठ्यक्रम उत्तीर्ण होना अनिवार्य मांगा है। इस बात को हर कोई जानता है कि किसी मान्यता प्राप्त प्राइवेट संस्थान से 1 वर्षीय कंप्यूटर पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करने का सर्टिफिकेट बिना एक भी दिन कोर्स किए भी लिया जा सकता है ऐसे बहुत से उदाहरण हैं जिसमें बेरोजगारों ने फर्जी तरीके से नौकरी लगने के बाद बैक डेट में ऐसे सर्टिफिकेट बनवाए हैं।
  इसी तरह से प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने भी वैयक्तिक सहायक के पदों के लिए डीओईएसीसी सोसायटी द्वारा संचालित सीसीसी पाठ्यक्रम या माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तराखंड द्वारा संचालित कंप्यूटर पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण सर्टिफिकेट मांगा है।
 अंधेर नगरी चौपट राज वाली बात यह है कि यह सभी अलग अलग विभाग एक ही काम, एक ही पदनाम और एक ही वेतनमान के लिए अलग-अलग सर्टिफिकेट मांग रहे हैं।
 इससे बेरोजगारों में भारी संशय है। सीसीसी सर्टिफिकेट बहुत एडवांस कंप्यूटर विशेषज्ञ के लिए ही आवश्यक होता है। कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए यह सर्टिफिकेट बिल्कुल भी जरूरी नहीं है। एक और विडंबना देखिए, ऐसा लगता है जैसे शिक्षा का उजियारा फैलाने वाला शिक्षा विभाग खुद ही अंधेरे में है। माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तराखंड कंप्यूटर के लिए कोई भी प्रशिक्षण कोर्स संचालित नहीं करता लेकिन अन्य विभागों की तरह खुद प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने इसी परिषद द्वारा संचालित कंप्यूटर प्रशिक्षण का सर्टिफिकेट मांगा है। हद अनदेखी वाली बात यह है कि जब माध्यमिक शिक्षा परिषद कंप्यूटर का कोई कोर्स संचालित ही नहीं करता तो फिर वह सर्टिफिकेट कैसे दे सकता है! और प्रारंभिक शिक्षा विभाग को इसकी जानकारी क्यों नहीं है! सरकारी विभागों की इस तरह की मनमानी से बेरोजगार बड़ी दुविधा में हैं।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष एस राजू भी स्वीकार करते  हैं कि अलग-अलग मानक होने से बेरोजगार दुविधा में हैं। उन्होंने शासन से एक जैसे वेतनमान पदनाम और एक जैसे काम वाले पदों के लिए एक जैसी योग्यता का निर्धारण करने की संस्तुति की है।
 जाहिर है कि अनावश्यक प्रमाण पत्र मांगने से भी योग्य बेरोजगार सेवा में चयनित होने से वंचित रह जाते हैं। उत्तराखंड में विभिन्न विभागों का आपस में कोई तालमेल या सामंजस्य ही नहीं है तथा ह्यूमन रिसोर्स को प्रशिक्षित करने पर कोई ध्यान किसी का भी नहीं है।
 प्रिय पाठकों इस रिपोर्ट की अगली कड़ी में हम इस तरह के प्रमाणपत्रों के प्रभाव पर रिपोर्ट प्रकाशित करेंगे। आप से अनुरोध है कि इस संबंध में यदि आपके भी कोई सुझाव हों अथवा कोई शिकायत हो तो हमसे भी साझा करें तथा इस रिपोर्ट को अधिक से अधिक शेयर कीजिए। ताकि एक ऐसा माहौल तैयार हो कि सरकार संज्ञान लेकर इस तरह के मनमाने मानकों पर अंकुश लगाने और एक रूपता लाने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दे सके।
Previous Post

भ्रष्टअभियंता पार्ट 2: रिश्वतखोर अभियंता को एक मंत्री ने बचाया, दूसरे मुकदमा वापसी को तैयार!

Next Post

शुभ दिवाली के साथ स्वच्छ दिवाली का कंसेप्ट

Next Post

शुभ दिवाली के साथ स्वच्छ दिवाली का कंसेप्ट

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

    Recent News

    • ब्रेकिंग : कांग्रेस ने की जिला अध्यक्षों की लिस्ट जारी
    • अपडेट : प्रधानमंत्री आवास योजना लिस्ट जारी। जानिए कैसे करें चेक
    • अपडेट: आज फिर बदलेगा मौसम का हाल !

    Category

    • उत्तराखंड
    • पर्वतजन
    • मौसम
    • वेल्थ
    • सरकारी नौकरी
    • हेल्थ
    • Contact
    • Privacy Policy
    • Terms and Conditions

    © Parvatjan All rights reserved. Developed by Ashwani Rajput

    No Result
    View All Result
    • Home
    • उत्तराखंड
    • सरकारी नौकरी
    • वेल्थ
    • हेल्थ
    • मौसम
    • ऑटो
    • टेक
    • मेक मनी
    • संपर्क करें

    © Parvatjan All rights reserved. Developed by Ashwani Rajput

    error: Content is protected !!