भूपेंद्र कुमार
दून अस्पताल में नवजात बच्चों के वार्ड के बाहर किस तरह से हानिकारक कूड़ा कचरा जलाया जा रहा है, इसका खुलासा अस्पताल की ही सर्जिकल वार्ड की एक जागरूक सिस्टर इंचार्ज ने बाकायदा वीडियो बनाकर किया है। कृपया वीडियो आखिर तक देखिए।
देखिए वीडियो
दून अस्पताल में रोज पांच-छह बच्चों का सिजेरियन विधि से जन्म होता है और कई बच्चे सामान्य प्रसव से जन्म लेते हैं।
इन नवजात बच्चों को जिस वार्ड में रखा जाता है, उसके ठीक पीछे के मैदान में सफाई कर्मचारी खुलेआम अस्पताल का कचरा जलाते हैं।
इसमें हानिकारक प्लास्टिक और दवाइयों का कचरा भी शामिल होता है। जब यह कचरा जलता है तो इसका धुआं नवजात शिशुओं के वार्ड में भर जाता है
खिड़कियों के रास्ते आने वाले इस धुंए से नवजात बच्चों को गंभीर परेशानी शुरू हो जाती है। साथ ही प्रसूताओं को भी स्वास्थ्य समस्याएं शुरू हो जाती हैं। लेकिन कचरा जलाने वाले बाज नहीं आते। इस समस्या से आजिज आकर अस्पताल की इंचार्ज सरला सिंह ने इन कर्मचारियों की कचरा जलाते हुए वीडियो बना डाली।
वीडियो में आप देख सकते हैं कि जिन लोगों को साफ सफाई का जिम्मा दिया गया है, उनको कचरा निस्तारण की कोई भी ट्रेनिंग नहीं दी गई है।
देखना यह है कि अस्पताल प्रबंधन तथा मेडिकल कॉलेज कर्मचारियों की इस लापरवाही पर क्या कार्रवाई करते हैं !
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