नैनीताल से सांसद अजय भट्ट को केंद्र में मंत्रिमंडल में जगह दी गयी हैं ।
2014 के बाद अजय भट्ट उत्तराखंड के तीसरे सांसद हैं, जो नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में रहे हैं ।अजय भट्ट से पहले अजय टम्टा, रमेश पोखरियाल निशंक थे ।
1996 में अजय भट्ट पहली बार रानीखेत से विधायक चुनकर उत्तर प्रदेश की असेंबली में पहुंचे थे, उसके बाद अब दोबारा मौका मिला हैं, जब वो मंत्री बने हैं ।
जानिए अजय भट्ट के बारे में :
अजय भट्ट की उम्र 60 साल है ।अजय भट्ट ने राजनीतिक करियर की शुरुआत जनसंघ पार्टी से की उसके बाद भारतीय जनता पार्टी से जुड़े ।
अजय भट्ट का राजनीतिक जीवन इतना उतार चढ़ाव भरा रहा कि, उत्तराखंड में जब भी भाजपा की सरकार आई, उसी साल अजय भट्ट अपना विधानसभा चुनाव हार गए।
अजय भट्ट के राजनीतिक सफर में महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी का बड़ा रोल रहा है । 2014 में भगत सिंह कोश्यारी नैनीताल से सांसद बने लेकिन 2019 के चुनाव में उन्होंने अपने आप को सक्रिय राजनीति से अलग कर लिया।इस बार नैनीताल से टिकट मिला अजय भट्ट को और वो बंपर वोटों से चुनाव जीते।
सांसद अजय भट्ट के लोकसभा क्षेत्र में नैनीताल और उधम सिंह नगर ये 2 जिले आते हैं। उधम सिंह नगर जिला जहां 9 विधानसभा सीटें हैं,यहां किसान आंदोलन के बाद बीजेपी की हालात बेकार हैं ।इसकी साफ वजह यहां रहने वाले काफी मात्रा में सिख वोटर हैं ।
तो अजय भट्ट के जरिये कहि न कहि भाजपा उधम सिंह नगर के नाराज सिख वोटरस को मनाना चाहेंगी जिससे 6 महीने बाद चुनाव में भाजपा अपनी स्तिथि मजबूत कर सके।