अनुज नेगी
पौडी।प्रदेश में सरकारी विभागों में दिन प्रतिदिन भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है।सरकारी विभागों में बैठे कुछ भ्रष्ट अधिकारी अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है।
मामला जल निगम के अधिशासी अभियंता का है,श्रीनगर में तैनात जल निगम के अधिशासी अभियंता आर०सी० मिश्रा पर निगम के एक ठेकेदार ने पांच लाख रिश्वत का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी पौड़ी को लिखित शिकायत की है।
निगम के ठेकेदार सुनील चंद्र जोशी ने श्रीनगर में तैनात जल निगम के अधिशासी अभियंता आर०सी० मिश्रा पर बकाया भुगतान की एवज में पांच लाख लेने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय में इस संबंध में ज्ञापन सौंपा है। सुनील चंद्र जोशी का कहना है कि उनके द्वारा किए गए कार्य की बकाया धनराशि लेने के लिए उनको विभाग चक्कर काटने पड़ रहे हैं। तो वहीं जब उनके द्वारा इस संबंध में जल निगम के अधिशासी अभियंता आरसी मिश्रा से मुलाकात की गई, तो उनके साथ अधिशासी अभियंता द्वारा अभद्रता करते हुए उन्हें कमरे में बंद कर दिया गया। ठेकेदार सुनील चंद्र जोशी ने कहा कि अधिशासी अभियंता द्वारा उनसे ₹500000 पांच लाख रुपए की मोटी रकम उनके बकाया भुगतान के बदले मांगी जा रही है। उन्होंने जिलाधिकारी से उनका बकाया भुगतान विभाग द्वारा करवाए जाने की मांग की है साथ ही उन्होंने अधिशासी अभियंता पर कार्रवाई करने के लिए भी जिलाधिकारी से अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि यदि अधिशासी अभियंता आर०सी० मिश्रा विभाग में बने रहते हैं। तो वे उनके विभाग में चल रहे अन्य काम भी प्रभावित करेंगे।वहीं ठेकेदार ने बताया कि अधिशासी अभियंता आर०सी० मिश्रा का निर्माणाधीन होटल है जो कि करोड़ो की लागत से बन रहा है,इतना पैसा एक सरकारी अधिकारी पर कैसा आया,इसकी भी जांच होनी चाहिए।
वहीं से मामले में अधिशासी अभियंता आर०सी० मिश्रा ने बताया कि जो भी आरोप उनके ऊपर ठेकेदार द्वारा लगाए जा रहे हैं वे सभी निराधार हैं उन्होंने कहा कि अभी तक उनके पास जेई के माध्यम से संबंधित ठेकेदार के भुगतान की फाइल नहीं पहुंची है उन्होंने कहा कि जैसे ही जेई के माध्यम से उनके पास संबंधित ठेकेदार के भुगतान की फाइल पहुंच जाएगी। ठेकेदार को तत्काल भुगतान कर दिया जाएगा।