एक और पत्रकार को क्वारंटाइन सेंटर की दुर्दशा दिखाने पर प्रशासन ने भेजा मुकदमे का नोटिस

देहरादून। पौड़ी गढ़वाल के जंगल में क्वारंटीन युवक महेंद्र पटवाल गुसाईं की खबर दिखाए जाने के आरोप में जागो उत्तराखंड के चीफ एडिटर आशुतोष नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जागो उत्तराखंड की गलती सिर्फ इतनी थी कि उन्होंने जंगल में क्वारंटीन युवक की खबर जनहित में प्रसारित की थी।
बताते चलें कि जागो उत्तराखंड ने 28 जून को एक खबर प्रसारित की थी। जिसमें बताया गया था कि ग्राम ढुंगी, पोस्ट जामलाखाल, कोट ब्लॉक, पौड़ी के महेंद्र सिंह पटवाल गुसाईं जंगल में पेड़ के नीचे क्वारंटीन हैं।


दरअसल पटवाल के साथ ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि वह गोट फार्मिंग के लिए राजस्थान के अजमेर में बकरियां लेने गए थे। जब वह बकरी लेकर वापस लौटे तो उसे गांव के समीप कांडी के स्कूल में क्वारंटीन होना पड़ा, लेकिन वहां के ग्रामीणों ने अन्य गांव का व्यक्ति बताते हुए पटवाल को वहां से भी हटा दिया। ऐसे में महेंद्र जंगल में ही रहने लगा। इस पर महेंद्र पटवाल गुसाईं ने एक वीडियो बनाया और जागो उत्तराखंड को भेज दिया। इस पर जागो उत्तराखंड ने इसकी खबर प्रसारित कर दी।
इसका संज्ञान लेते हुए जागो उत्तराखंड की खबर को झुंझलाहट पैदा करने वाली बता दिया गया और कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया। पत्रकारों के खिलाफ इस तरह की कार्यवाही किए जाने पर पत्रकारों में भारी रोष व्याप्त है। इससे पहले भी खबरें प्रकाशित करने के आरोप में कई अन्य पत्रकारों पर मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।

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