रुड़की: उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। ताजा मामले में विजिलेंस ने रुड़की तहसीलदार कार्यालय के पास चकबंदी कानूनगो कृष्णपाल को ₹2000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
कैसे हुआ खुलासा?
शिकायतकर्ता ने विजिलेंस के टोल फ्री नंबर 1064 पर शिकायत दर्ज कराई थी। उसके अनुसार, गांव में उसके भाई की मृत्यु के बाद उनकी पांच बेटियों को पुश्तैनी कृषि भूमि में हिस्सा मिलना था, लेकिन उनके ताऊ जमीन देने को तैयार नहीं थे। इस पर शिकायतकर्ता की भतीजी ने बंटवारे के लिए बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी, रुड़की में केस दाखिल किया।
आरोप है कि चकबंदी कानूनगो कृष्णपाल पहले ही ₹4000 रिश्वत ले चुका था। इसके बावजूद फाइल को चकबंदी अधिकारी को भेजने के लिए उसने ₹2000 की और मांग की। शिकायतकर्ता अब रिश्वत नहीं देना चाहता था और कानूनी कार्रवाई चाहता था।
विजिलेंस का ट्रैप, रंगे हाथों गिरफ्तारी
शिकायत की पुष्टि के बाद विजिलेंस की ट्रैप टीम ने 19 फरवरी 2025 को तहसीलदार कार्यालय, रुड़की के पास चकबंदी कानूनगो कृष्णपाल को ₹2000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
कानूनगो के आवास पर भी तलाशी
गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस टीम ने कृष्णपाल के आवास और अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी शुरू कर दी है। टीम उसकी चल-अचल संपत्ति और आय से अधिक संपत्ति के मामलों की जांच कर रही है।
रिश्वत मांगने वालों के खिलाफ ऐसे करें शिकायत
विजिलेंस ने अपील की है कि यदि कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी पद का दुरुपयोग कर रिश्वत मांगता है या अवैध रूप से संपत्ति अर्जित करता है, तो सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री नंबर 1064 या WhatsApp हेल्पलाइन नंबर 9456592300 पर शिकायत दर्ज कराएं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ उत्तराखंड सरकार का सख्त रुख जारी है, और विजिलेंस की यह कार्रवाई उसी दिशा में एक और कदम है।