अनुज नेगी
अगर आप नए साल का जश्न मनाने उत्तराखंड के जंगलों में सोच रहे हो तो खबरदार हो जाये। उत्तराखंड में वन विभाग ने नए साल के जश्न के लिए पूरी तरह वन क्षेत्र प्रतिबंधित कर दिया है।
पूरे देश में नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ लगातार चल रहे विरोध- प्रदर्शन के चलते उत्तराखंड शासन प्रशासन भी सतर्क हो गया है।
उत्तराखंड में सीएए स्थिति को लेकर कोई कानून व्यवस्था की न बिगड़े, इसको लेकर लगातार एहतियात बरते जा रहे हैं। इसी के मद्देनजर नए साल के जश्न को लेकर उत्तराखंड वन विभाग ने वन्य जीव की सुरक्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड का 70% भूभाग वन क्षेत्र में आता है। ऐसे में नए साल का जश्न मनाने के लिए लोग वन परिक्षेत्र को ज्यादातर लोग चुनते हैं। ऐसे में वन्य जीव प्राणियों की सुरक्षा की दृष्टि से पूरे उत्तराखंड में आने वाले वन क्षेत्र में रेड एलर्ट जारी करते हुए वन्य क्षेत्र में प्रवेश पर पूर्णता प्रतिबंध रखा गया है।
नए साल का समय वन क्षेत्र के लिए काफी संवेदनशील होता है क्योंकि इस दौरान ज्यादातर सेलानी वन क्षेत्र में अलग-अलग तरह की पार्टी आयोजन करते हैं। जिसे देखते हुए राज्य के सभी वन क्षेत्र को रेड एलर्ट जारी करते हुए सभी अधिकारी कर्मचारी को दिशा- निर्देश जारी किए गए हैं। ताकि इस दौरान किसी भी तरह से बाहरी व्यक्ति वन क्षेत्र में पार्टी समारोह जैसे आयोजन के लिए प्रवेश न कर सकें।
इसके लिए अलग-अलग चेक पोस्ट में चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान क्राइम डिटेक्टिव टीम मुस्तैदी से अपनी चेकिंग टीम के साथ अलग-अलग क्षेत्रों को चिन्हित कर चेकिंग अभियान जारी रखेगा। नए साल के लिए वन क्षेत्र में प्रतिबंध को देखते हुए लगातार वन कर्मचारियों को अपने-अपने क्षेत्रों के भीतर भ्रमण आदेशों को सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि कोई भी असामाजिक तत्व वन्यजीवों को नुकसान न पहुंचा सके।
कॉर्बेट नेशनल पार्क व राजाजी टाइगर पार्क को अति संवेदनशीलता को देखते हुए पार्क क्षेत्र में पेट्रोलियम टीमो के साथ-साथ पैदल सर्च टीम का भी गठन किया गया है।