पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result

Home पर्वतजन

बदरी-केदार के रावल को लेकर दो मंत्रियों में मतभेद। कांग्रेस ने उठाए सवाल

April 18, 2020
in पर्वतजन
ShareShareShare
Advertisement
ADVERTISEMENT

देहरादून। चारधाम में बदरीनाथ व केदारनाथ के रावलों के धाम में पहुंचने और उनकी पूजा कराने को लेकर दो मंत्रियों में मतभेद सामने आने लगे हैं और दोनों मंत्री अलग-अलग बातें कह रहे हैं।
बताते चलें कि बदरीनाथ व केदरानाथ धाम के रावल उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए हैं। बदरीनाथ धाम के रावल केरल से, जबकि केदारनाथ धाम के रावल महाराष्ट्र से उत्तराखंड लौट रहे हैं। हालांकि दोनों रावल के अपने-अपने धाम में पहुंचने के बाद धार्मिक महत्व के लिहाज से राहत मानी जा सकती है, लेकिन कोरोना के लिहाज से प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों के दो अलग-अलग बयान आने के बाद से मतभेद पैदा होते नजर आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि कपाट खुलने व बंद होने के समय रावलों की उपस्थिति बहुत जरूरी जारी मानी जाती है।
धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने दोनों रावल के रवाना होने की पुष्टि की है।

सवाल यह है कि धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज कह रहे हैं कि कोरोना टेस्ट के बाद रावल पूजन में शामिल हो सकते हैं, जबकि कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक कहते हैं कि बाहर से आने पर 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया जाना चाहिए। इस प्रकार
दोनों रावल के कपाट पूजन में शामिल होने को लेकर फिलहाल संशय बना हुआ है।
बताते चलें कि आगामी 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर गंगोत्री एवं यमुनोत्री, 29 अप्रैल को केदारनाथ धाम और 30 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने का समय तय हुआ है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मथुरादत्त जोशी ने सरकार के दो मंत्रियों के बयानों पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि पहले सरकार यह तक कर ले कि रावल कब यहां पहुंचेंगे और पूजा अर्चना में शामिल हो पाएंगे कि नहीं। जोशी ने कहा कि बेहतर होता कि प्रदेश सरकार दोनों रावल को तय से पहले उत्तराखंड ले आती और उन्हें समय पर क्वारंटीन कर दिया जाता, ताकि वे पूजा में शामिल हो सकते।
मथुरादत्त जोशी ने यह भी सवाल उठाया कि यदि समय पर चारधाम यात्रा शुरू नहीं हुई तो पहाड़ की आर्थिकी पर इसका व्यापक असर पडऩे की संभावना है। चारधाम यात्रा पहाड़ की आर्थिकी की रीढ़ है और यदि यह अव्यवस्थित होती है तो यात्रा पर निर्भर रहने वाले लोगों के सम्मुख खड़ा हो जाएगा।


Previous Post

कोरोना योद्धा के रूप में काम कर रहे हैं प्रवीन त्यागी (टीटू)। गरीब व असहायों तक पहुंचा रहे राशन

Next Post

हाईकोर्ट पीआईएल : डॉक्टरों की सुरक्षा और किसानों के भुगतान पर मांगा स्पष्टीकरण

Next Post

हाईकोर्ट पीआईएल : डॉक्टरों की सुरक्षा और किसानों के भुगतान पर मांगा स्पष्टीकरण

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • बड़ी खबर : लुटेरी दुल्हन का फैला रायता, वारदात ऐसी उड़ जाएंगे आपके भी होश।
  • वीडियो: हेलीपैड नहीं, सड़क पर हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग! भौचक्के रह गए लोग, टला बड़ा हादसा
  • हादसा: मोरी-खाई में गिरा पिकअप। दो की मौत, एक गंभीर घायल..
  • ईद के दिन खूनी रंजिश: युवक की चाकुओं से गोदकर हत्या। आरोपी ने खुद किया सरेंडर..
  • बड़ी खबर: जल संस्थान पर भारी यूयूएसडीए के भ्रष्टाचारी। अधूरी सीवर लाइनों से जलसंस्थान के माथे चिंता की लकीरें
  • Highcourt
  • इनश्योरेंस
  • उत्तरप्रदेश
  • उत्तराखंड
  • ऋृण
  • निवेश
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • हेल्थ
June 2025
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
30  
« May    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!