पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result

Home पर्वतजन

सीएम त्रिवेंद्र की लेटलतीफी के कारण घर वापसी से वंचित प्रवासियों का गुस्सा चरम पर

May 4, 2020
in पर्वतजन
ShareShareShare
Advertisement
ADVERTISEMENT

उत्तराखंड सरकार देशभर में जगह-जगह फंसे हुए प्रवासी उत्तराखंडियों को रजिस्ट्रेशन के नाम पर लाये लप्पा ही देती रह गई और इधर केंद्र सरकार की नई संंशोधित गाइडलाइन आने के बाद डेढ़ लाख प्रवासियों की उम्मीदों को झटका लग गया है।

प्रारंभ से ही प्रवासियों को वापस लाने की अनिच्छुक  त्रिवेंद्र सरकार पर जब दबाव बढ़ा तो उन्होंने 18 हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए थे और पंजीकरण के लिए लिंक भी जारी कर दिए थे लेकिन इन नंबरों पर या तो किसी ने फोन नहीं उठाया या फिर यह स्विच ऑफ ही चलते रहे।

पंजीकरण के लिंक से भी लोगों की यही शिकायत रही कि यह खुलता ही नहीं है, इसके बावजूद लगभग डेढ़ लाख लोग पंजीकरण कराने में सफल रहे। सरकार ने इसे अपनी उपलब्धि के तौर पर भी गिनाना शुरू कर दिया।

लेकिन प्रवासियों की उम्मीदों को तब झटका लग गया जब सरकार की लेटलतीफी के कारण अब केवल राहत कैंपों या रास्तों में फंसे 10% लोग ही उत्तराखंड आ पाएंगे।

अब रजिस्ट्रेशन करा चुके लोग मायूस हो गए हैं और इसके लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को कोस रहे हैं।

इसके अलावा जो लोग उत्तराखंड आ चुके हैं, उनको जिला स्तरीय राहत कैंप में क्वारंटाइन न करके अपनी जिम्मेदारी को प्रधानों के कंधों पर डाल देने से भी ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है।

एक गांव में सभी लोग एक दूसरे को जानते हैं और आपस में नाते रिश्तेदार होते हैं।

इस पर कोई भी किसी से कुछ रोका टाकी करके आपस में एक दूसरे का बुरा नहीं बनना चाहेगा। किंतु सरकार ने और जिला अधिकारियों ने अपने पाले की गेंद ग्राम प्रधानों के पाले में धकेल कर भले ही अपनी जिम्मेदारी से बच गए हैं, लेकिन प्रवासियों को इस तरह कोरनटाइन करने से संक्रमण का खतरा काफी बढ़ गया है।

इनको पंचायतों अथवा स्कूल भवनों में क्वॉरेंटाइन करने से भी सबसे बड़ी समस्या यह है कि उत्तराखंड के अधिकांश पंचायत भवनों तथा स्कूल भवनों में शौचालय की व्यवस्था नहीं है अथवा पानी की व्यवस्था नहीं है तथा खाने की व्यवस्था भी अभी तक तय नहीं हो पाई है कि यह किसके द्वारा की जाएगी।

यदि एक ही टॉयलेट को 20 लोग भी इस्तेमाल करेंगे तो इससे संक्रमण का खतरा और बढ़ जाएगा।

प्रवासियों को समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर सरकारों ने पीएम केयर्स में दिया गया दान तथा मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया गया दान आखिर किस काम में इस्तेमाल किया है ! लोग इसके सत्यापन की मांग भी अभी से उठाने लगे हैं


Previous Post

टिहरी जिले में चार अरब 67 करोड़ की मनरेगा का अनुमोदन

Next Post

ओमप्रकाश के "पास प्रकरण" पर योगी के भाई बेहद नाराज। बोले अमनमणि कौन होता है ! बैकफुट पर ओमप्रकाश

Next Post

ओमप्रकाश के "पास प्रकरण" पर योगी के भाई बेहद नाराज। बोले अमनमणि कौन होता है ! बैकफुट पर ओमप्रकाश

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • हादसा: मोरी-खाई में गिरा पिकअप। दो की मौत, एक गंभीर घायल..
  • ईद के दिन खूनी रंजिश: युवक की चाकुओं से गोदकर हत्या। आरोपी ने खुद किया सरेंडर..
  • बड़ी खबर: जल संस्थान पर भारी यूयूएसडीए के भ्रष्टाचारी। अधूरी सीवर लाइनों से जलसंस्थान के माथे चिंता की लकीरें
  • बड़ी खबर: करोड़ों की साइबर ठगी का पर्दाफाश। गिरोह के 4 सदस्य गिरफ्तार, 4 अब भी फरार
  • शानदार पहल: सौड़-सांकरी गांव में पर्यावरण दिवस पर शुरू हुआ ‘पर्यावरण जन जागृति अभियान’। 10,000 पौधों के रोपण का लक्ष्य
  • Highcourt
  • इनश्योरेंस
  • उत्तराखंड
  • ऋृण
  • निवेश
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • हेल्थ
June 2025
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
30  
« May    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!