पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result

Home पर्वतजन

निराश प्रवासियों ने खुद ही दो लाख चंदे से बुक कराई बस। पहुंचे देहरादून

May 8, 2020
in पर्वतजन
ShareShareShare

कृष्णा बिष्ट 

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से प्रवासियों की मदद के लिए जितने भी फोन नंबर जारी हुए वे अधिकांश बंद ही रहे तो इन्होंने आपस में चंदा करके एक बस बुक की और देहरादून पहुंच गए।

यह बस दो लाख दस हजार में बुक हुई। 30 यात्रियों की इस बस में 5 महिलाएं भी थी।

देहरादून के महाराणा प्रताप स्टेडियम में इन सभी लोगों का मेडिकल चेकअप हुआ और अब वे अपने घर वापसी कर रहे हैं

सरकार भले ही इस बात को अपनी उपलब्धि बता रही हो कि वह लगभग 1,65000 लोगों को वापस लौटाने के लिए पंजीकरण कर चुकी है, लेकिन सरकार के पास उन्हें वापस लाने के लिए कोई पुख़्ता रोड मैप नहीं है।

सूरत से देहरादून पहुंचे कैलाश चंद्र जगूड़ी सरकार की कार्यशैली से काफी नाराज हैं। कैलाश चंद्र जगूड़ी ने पर्वतजन को बताया कि कंट्रोल रूम में किसी ने फोन नहीं उठाया और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया तो फिर उसका अप्रूवल भी पेंडिंग में आ गया। जहां भी संपर्क किया वे यही बोलते रहे कि जहां हो वहीं रहो। जब कोई आश्वासन कहीं से नहीं मिला तो मजबूरन सभी लोगों ने आपस में चंदा किया और देहरादून पहुंच गए।

गुजरात में समाजसेवी सुरेंद्र रावत ने घर वापसी में इन लोगों की काफी मदद की। समाजसेवी सुरेंद्र रावत ने पर्वतजन से बताया कि पहले बस बुक कराई गई और फिर बस का नंबर स्थानीय जिला अधिकारी को देकर पास के लिए अप्लाई किया गया। जल्दी ही पास बन गया और प्रवासियों की घर वापसी की व्यवस्था हो गई।

पंजीकृत 1.65 लाख लोगों में से महज 12 हजार लोगों को ही उत्तराखण्ड लाया जा सका है। बाकी लोग अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

ना तो सरकार उन्हें कोई आश्वासन दे पा रही है और ना ही उनकी वापसी के लिए उन्हें कोई पुख्ता जानकारी ही दे रही है। पर्वतजन के संपर्क में ऐसे सैकड़ों लोगों का कहना है कि सरकार उनके फोन नहीं उठा रही है और पंजीकरण के बाद उन्हें अब नहीं पता कि वह कैसे अपने घर लौटेंगे!

अकेले गुजरात के अहमदाबाद से 1102 और सूरत शहर से 1321 लोगों ने उत्तराखंड लौटने के लिए पंजीकरण किया है। लेकिन इन लोगों को सरकार कैसे वापस लाएगी। इसके बारे में उन्हें कुछ नहीं बताया गया है।

यही कारण है कि मंगलवार को सूरत से 30 लोगों ने आपस में चंदा करके एक गाड़ी बुक की और देहरादून पहुंच गए। गुजरात के सूरत से बुक करके लाई गई निजी बस (संख्या GJ06ZZ5959) से ये लोग देहरादून पहुंचकर अपनी जांच करा चुके हैं और अपने घर वापसी के लिए गाड़ी का इंतजार कर रहे हैं।


Previous Post

वीडियो : कोटद्वार पहुंचाए प्रवासियों से भाजपाइयों ने लगवाए "त्रिवेंद्र जिंदाबाद" के नारे

Next Post

एक्सक्लूसिव खुलासा : शराब की कीमतें बढाने का परदा फाश। माफिया के हाथों मे सरकार। मजे मे अफसर और सलाहकार

Next Post

एक्सक्लूसिव खुलासा : शराब की कीमतें बढाने का परदा फाश। माफिया के हाथों मे सरकार। मजे मे अफसर और सलाहकार

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • फर्जीवाड़ा: फर्जी पते पर बनवाया आधार कार्ड। 420 में मुकदमादर्ज…
  • डीएम ने सुनी जनता की बात: 129 शिकायतें, तुरंत एक्शन के आदेश
  • बड़ी खबर: राजस्व कर्मियों का दो दिवसीय कार्य बहिष्कार। पहले दिन से ही चरमराई व्यवस्थाएं..
  • बिग ब्रेकिंग: हरिद्वार के नए डीएम बने मयूर दीक्षित। निकिता खंडेलवाल को टिहरी की जिम्मेदारी..
  • बिग एक्शन: दो IAS, एक PCS समेत 12 अफसर सस्पेंड…
  • Highcourt
  • इनश्योरेंस
  • उत्तराखंड
  • ऋृण
  • निवेश
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • हेल्थ
June 2025
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
30  
« May    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!