सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला का अनुबंध निरस्त कराने की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल आज से आमरण अनशन शुरू कर दिया है। आंदोलन के दसवें दिन से उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय सचिव केंद्रपाल सिंह तोपवाल आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी भी केंद्रीय पदाधिकारियों के साथ अनशन स्थल पर आए और आंदोलनकारियों का हौसला बढ़ाया।
केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने सरकार से मांग की है कि पूरे राज्य में सभी अस्पतालों को पीपीपी मोड से तत्काल वापस लिया जाए। अन्यथा राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा।
उत्तराखंड क्रांति दल के विधानसभा प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि यदि सरकार ने आमरण अनशन का भी ध्यान नहीं दिया तो उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ता आत्मदाह जैसा घातक कदम भी उठा सकते हैं, इसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
उत्तराखंड क्रांति दल के ऋषिकेश विधानसभा प्रत्याशी मोहन सिंह असवाल ने कहा कि जनता में रोष व्याप्त है। यदि शासन प्रशासन ने इस पर त्वरित कार्रवाई नहीं की तो बहुत जल्द ही हम उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.
आमरण अनशन पर बैठे केंद्रीय सचिव केंद्रपाल सिंह तोपवाल ने कहा कि जब तक सरकार डोईवाला अस्पताल के अनुबंध को निरस्त नहीं करती तब तक वह आमरण अनशन पर रहेंगे।
आंदोलन को समाजसेवी विजय बख्शी, जसविंदर सिंह, रामेश्वर पांडेय ने भी अपना समर्थन दिया।
आंदोलन के दसवें दिन आज जिला संगठन मंत्री दिनेश सेमवाल, केंद्रीय संगठन मंत्री संजय बहुगुणा, जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल, बलवंत सिंह वर्मा, कांता नवानी, केंद्रीय सचिव समीर मुंडेपी, केंद्रीय सचिव मीनाक्षी घिल्डियाल, अवतार सिंह बिष्ट, मीना थपलियाल, पुष्पा ज़ख्मोला ,जोत सिंह गुसाईं, धर्मवीर सिह गुसाईं, जगबीर सकलानी, समाजसेवी विजय बख्शी, जसविंदर सिंह, मोहन सिंह गोसाईं, गजेंद्र सिंह पुंडीर, राकेश सिंह रावत, सुरेन्द्र सिंह चौहान, रामेश्वर पांडेय, सुनीता देवी, गजेंद्र राणा, अरविंद राणा, प्रशांत भट्ट ,दीपक नेगी, शशिधर वेदवाल, भरत सरोला, पिंकी थपलियाल निर्मला भट्ट,सुनीता देवी, आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।