पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result
Home हेल्थ

आखिर क्यों मां ने ही जिगर के टुकड़े को 22 साल से कर रखा है घर में कैद

October 26, 2017
in हेल्थ
ShareShareShare

Advertisement
ADVERTISEMENT
 रुद्रप्रयाग के सौदा गांव में एक अभागी मां ने अपने जिगर के टुकड़े को ही 22 साल से घर में ही कैद किया हुआ है। सौदा गांव की सरोज ने अपने सबसे बड़े बेटे को जंगली जानवरों के डर से घर में कैद किया हुआ है। क्योंकि वहां विकलांग है। न बोल सकता है, न चल सकता है। सरोज के तीन बेटों में यह सबसे बड़ा बेटा पंकज है।
 पिता की मौत के बाद बेसहारा इस परिवार की किसी ने सुध नहीं ली। विधवा सरोज मेहनत मजदूरी करके किसी तरह घर चला रही है। दो बेटे सातवीं और दसवीं में पढ़ते हैं। सरोज जब मेहनत मजदूरी के लिए जाती है तो गिरने अथवा जंगली जानवरों के डर से अपने बच्चे को घर में ही कैद करके रखती है।
 और तो और इस महिला को कोई आसानी से मजदूरी देने तक को तैयार नहीं है, क्योंकि इस महिला को आधे दिन में अपने अपाहिज बच्चे की देखभाल करने के लिए घर आना पड़ता है। इस परिवार की सुध न शासन-प्रशासन ने कभी ली, न ही वोट मांगने आने वाले नेताओं ने। और न ही किसी स्वयंसेवी संस्था ने। इस महिला को विधवा पेंशन तक नहीं मिलती। जब कुछ माह पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी सरोज नैथानी को इस विधवा महिला के विषय में पता चला तो उन्होंने अपने स्तर से जरूर इस परिवार को ₹2000 प्रतिमाह देने का फैसला किया। कुछ दिन पहले इंडिया न्यूज़ चैनल के संवाददाता संदीप नेगी ने भी इस मसले को लेकर बाल विकास मंत्री रेखा आर्य से सवाल किया था। उस पर उनका कहना था कि वह उस बच्चे को सहायता दिलवाएंगी लेकिन बयान देने के अलावा उन्होंने कोई पहल इस दिशा में नहीं की। राष्ट्रीय सहारा अखबार ने भी इस खबर को प्रमुखता से दिखाया तथा शासन प्रशासन का ध्यान इस परिवार की दुश्वारियों की तरफ खींचा तो जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना था कि वह किसी NGO के माध्यम से बच्चे की देखभाल का प्रयास कराने की व्यवस्था करेंगे तथा उनके घर के पास बाउंड्री वाल आदि लगाई जाएगी ताकि बच्चे को कोई नुकसान न हो।

Previous Post

खुद मियां फजीहत औरों को नसीहतःजिनके क्षेत्र मे महिला सड़क पर प्रसव को मजबूर, वे हिमाचल के स्टार प्रचारक!

Next Post

छठ की छुट्टी से उभरा क्षेत्रवाद! इगास तथा हरेला की छुट्टी की उठी मांग 

Next Post

छठ की छुट्टी से उभरा क्षेत्रवाद! इगास तथा हरेला की छुट्टी की उठी मांग 

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • June 2025 की Top 5 Best-Selling 7-Seater Cars: Ertiga, Scorpio, Innova – जानें कौन रही No.1
  • Loan की EMI चूकने पर कैसे सुधारें CIBIL SCORE? जानिए 5 आसान तरीके
  • अजब-गजब: प्रधानमंत्री पोषण योजना में करोड़ों का घोटाला। आउटसोर्स कर्मचारी के खाते में पहुंचा सरकारी पैसा..
  • गुंडागर्दी: पर्यटकों ने पुलिस से की अभद्रता। वीडियो वायरल करने की दी धमकी ..
  • बड़ी खबर: दून में यहां 23 जुलाई तक बंद रहेंगे स्कूल। आदेश जारी..
  • उत्तराखंड
  • टेक
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • हेल्थ
July 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
« Jun    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!