देहरादून। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय व उत्तराखण्ड स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (यूसैक) उत्तराखण्ड के बीच को एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। नई तकनीक के माध्यम से उत्तराखण्ड में वनाग्नि की रोकथाम के लिए टास्क फोर्स बनाएंगे। वनाग्नि व भूमि कटान की समस्याओं को लेकर आधुनिक माॅडल्स पर काम करेंगे। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव डाॅ दीपक साहनी व उत्तराखण्ड स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (यूसैक) उत्तराखण्ड के निदेशक प्रो. एम.पी.एस. बिष्ट ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय, पटेल नगर कैंपस में साइन हुए एमओयू के बारे में कुलसचिव डाॅ दीपक साहनी ने जानकारी दी कि उत्तराखण्ड की भौगोलिक परिस्थतियों से जुड़ी कई जमीनी समस्याएं हैं। इस अनुबंध के माध्यम से विश्वविद्यालय के शोधार्थी उत्तरखण्ड की जमीनी ज्वलंत समस्याओं के निराकरण के लिए आधुनिक शोध माॅडल्स पर काम करेंगे। इस अवसर पर श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ उदय सिंह रावत, डाॅ लोकेश गम्भीर डीन रिसर्च, डाॅ नीलम रावत, प्रो. अरुण कुमार, डाॅ सौरभ गुलेरी, प्रो. प्रियंका बनकोटी आदि उपस्थिति थे।