कुंभ मेले के दौरान कोरोना जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था,जिसके बाद दो अधिकारी तत्कालीन कुंभ मेला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर और प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनके त्यागी को शासन द्वारा निलंबित कर दिया गया था l लेकिन अब जांच में दोषी ने पाए जाने पर दोनों अधिकारियों को शासन ने बहाली के आदेश दे दिए हैंlफर्जीवाड़े में अब हरिद्वार जिले के तत्कालीन सीएमओ की जांच की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कमेटी गठित की जाएगी।
पूरा मामला:
कुंभ मेले के दौरान पूर्णा की रोकथाम के लिए कोवित की नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई थी, जिसमें बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ था l स्वास्थ्य विभाग ने एंटीजन और आरटीपीसीआर जांच के लिए नौ कंपनियों के साथ अनुबंध किया।
जांच में फर्जीवाड़े का खुलासा हरियाणा के एक व्यक्ति की शिकायत के बाद हुआ था। शिकायतकर्ता के मोबाइल पर कोविंड जांच कराने का मैसेज आया, जबकि वह कुंभ मेले में आया ही नहीं था। इसकी शिकायत आईसीएमआर को भेजी गई। राज्य कोविड कंट्रोल रूम ने मामले की प्रारंभिक जांच की, जिसमें बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। एक लाख से अधिक सैंपलों में एक ही मोबाइल नंबर और पते दर्शाए गए। इस मामले में सरकार ने जिलाधिकारी हरिद्वार को जांच सौंपी थी।