देहरादून:
अगर आप भी उत्तराखण्ड आना चाहते तो ध्यान दीजिए, आपको भी जरूरत है इन खास बातो को ध्यान रखने की | अगर आप ऐसा नहीं करते है तो उत्तराखंड बॉर्डर से ही आपको लौटकर जाना होगा |
आप जब भी उत्तराखंड आ रहे हो तो अपने पास आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट जरूर लेकर आएं। जब आपकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव होगी, तभी आपको उत्तराखंड में एंट्री मिल पाएगी।राज्य सरकार अब तक 45 हजार से ऊपर प्रवासियों को वापस लौटा चुकी है|
राज्य के बाहर से आने वाले यात्रियों को 72 घंटे पहले तक की अवधि की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट साथ लानी अनिवार्य होगी। उन्हें स्मार्ट सिटी, देहरादून के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन भी कराना होगा
दरअसल देश में कोरोना संक्रमित रोगियों का आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और हालात लगातार बिगड़ते ही जा रहे है। इस बढ़ते कोरोना संक्रमण के दौरान उत्तराखंड के लोग जो बाहरी प्रदेशों में रह रहे है उनका वापस प्रदेश लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
राज्य सरकार और प्रशासन बाहर से आने वाले सभी लोगों पर सख्ती बरत रहे है। कोरोना की दूसरी लहर के तेजी पकड़ने के साथ ही प्रवासी हर दिन हजारों की तादाद में उत्तराखंड पहुंच रहे हैं और हजारों प्रवासियों को बॉर्डर से ही वापस लौटा दिया जा रहा है। जिससे प्रवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि, ये लोग बिना आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट के ही उत्तराखंड बॉर्डर पर पहुंचे थे जिसकी वजह से इन लोगों को प्रदेश में एंट्री नहीं मिली। बॉर्डर से अभी तक पुलिस प्रशासन बिना रिपोर्ट आने वाले ऐसे 45 हजार से ऊपर प्रवासियों को वापस लौटा चुकी है।
हर रोज 5 से 6 हजार कोरोना के मामले आ रहे हैं औऱ मौत का आंकड़ा भी बढ़ता ही जा रहा है। जिसकी वजह से शासन प्रशासन हर स्तर पर सतर्कता से कार्य कर रहा है और सावधनी बरती जा रही है। बाहरी प्रदेशों से आने वाले प्रवासियों की चेकिंग के लिए प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर 40 जांच चौकी स्थापित की गई है। जिनमें 300 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात है।
साथ ही बॉर्डर पर वाहनों और दस्तावेजों की जांच भी की जा रही है। 26 अप्रैल से अभी तक 376645 लोग सड़क मार्ग से राज्य में पहुंचे है। जिनमें से 9321 वाहनों से आए 45297 लोगों को पुलिस ने वापस लौटाया है। इन सभी लोगों के पास न तो कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट थी न ही स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया हुआ था।
आपको बता दें कि प्रवासियों के बिना जांच कराए उत्तराखंड में आने की वजह से मैदानों से लेकर पहाड़ तक कोरोना संक्रमण मामलों में काफी तेजी आई है। जिसके चलते एहतियात के तौर पर बॉर्डर पर पूरी सख्ती बरती जा रही है।