- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की पूजा, पीएम मोदी के नाम से हुई पहली पूजा
शुक्रवार सुबह 7 बजे वृष लग्न में विधिवत पूजा-अर्चना के साथ श्री केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। इस पावन अवसर पर हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे और ‘हर-हर महादेव’ के जयकारों से पूरी केदारघाटी गूंज उठी।
कपाट खुलने से कुछ समय पूर्व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं धाम पहुंचे और कपाटोद्घाटन के बाद भगवान केदारनाथ के दर्शन किए। इस बार विशेष बात यह रही कि कपाट खुलते ही सबसे पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गई।
हेलिकॉप्टर से हुई पुष्पवर्षा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों से महक उठा धाम
कपाट खुलने के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई। धाम को 108 क्विंटल फूल-मालाओं से भव्य रूप से सजाया गया था। इसके साथ ही धाम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला भी प्रारंभ हो गई है जो कपाटोद्घाटन के बाद जारी है।
चारधाम यात्रा शुरू, बद्रीनाथ के कपाट दो दिन बाद खुलेंगे
मुख्यमंत्री धामी ने जानकारी दी कि चारधाम यात्रा 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन से आरंभ हो चुकी है। दो दिन बाद भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे, जिससे यात्रा और अधिक गति पकड़ेगी।
उन्होंने कहा, “हमने यह सुनिश्चित किया है कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। इसके लिए प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त कर दी गई है।”
दर्शन के लिए टोकन व्यवस्था लागू, रात्रि प्रवास की विशेष व्यवस्था
श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि दर्शन के लिए अब टोकन व्यवस्था लागू कर दी गई है। साथ ही केदारनाथ में 15 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के रात्रि प्रवास की व्यवस्था की गई है।
आज खुलेंगे तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट
शुक्रवार को तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट भी शुभ मुहूर्त में खोले जाएंगे। तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली गुरुवार को भूतनाथ मंदिर से प्रस्थान कर चोपता पहुंची थी। आज सुबह 10:15 बजे डोली मंदिर पहुंचेगी और विधि-विधान से कपाट खोले जाएंगे।
मंदिर प्रबंधक बलवीर सिंह नेगी ने बताया कि डोली चोपता से सुबह 7 बजे पैदल यात्रा शुरू कर चार किलोमीटर की दूरी तय कर मंदिर पहुंचेगी। तुंगनाथ मंदिर को भी विशेष रूप से फूलों से सजाया गया है।
उत्साह, भक्ति और परंपरा का अद्भुत संगम
श्री केदारनाथ धाम और तुंगनाथ में कपाटोद्घाटन के साथ ही श्रद्धा, भक्ति और आध्यात्म का वातावरण चारों ओर देखने को मिल रहा है। देवभूमि उत्तराखंड एक बार फिर भक्तिमय वातावरण में लीन हो चुकी है।