इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल
ये कहानी लैंसडाउन विधानसभा ,रिखणीखाल विकासखण्ड के ढाबखाल क्षेत्र के घेडी ग्राम सभा की है। यहाँ पर घेडी से मंजुली सड़क मार्ग के लिए ग्रामीणों द्वारा कई बार विधायक को लिखिति व मौखिक रूप से कह चुके थे। जब विधायक व शासन प्रशासन ने नही सुनी तो ग्रामीणों ने खुद ही श्रम दान कर सड़क बनानी शुरू की। अपने नाप खेतों से जिसमे कुछ भीमल व चीड़ के पेड़ काटे गए जो उनके स्वयं के खेतों में थे ।
स्थानीय निवासी हरीश रावत ने मीडिया को जानकारी दी कि श्रम दान कर सड़क बनाने से विधायक की किरकिरी हो रही थी, जिसके कारण काम में बाधा डालने के लिये विधायक के चहेते दिनेश रावत ने गांव वासियो पर पेड़ काटने का जुर्माना लगवाया ।
दूसरी ओर चौकाने वाली बात सामने आई है कि विधायक निधि से एक संपर्क मार्ग इसी जगह बनवाया गया ,जिसमें संपर्क मार्ग के नाम पर 100 से अधिक बांज के हरे भरे पेड़ो को काट दिया, वो भी बिना परमिशन , जबकि बांज के जंगल के कारण कई सड़क मार्ग वर्षों से रुके हुए।
अब आपको बता दें कि इसी जगह से कुछ दूरी पर राजस्व पुलिस चौकी है और ये भूमि भी राजस्व क्षेत्र में आती है लेकिन फिर भी राजस्व पुलिस ने इस पर कोई कार्यवाही नहीं की। इसका एक ही मतलब है कि राजस्व पुलिस व ठेकेदार की मदद ओर विधायक के आशीर्वाद से बिना परमिशन ही कई पेड़ कट गए।
इस मामले में हमारे द्वारा पोखड़ा वन रेंजर राखी जुयाल से शिकायत की गई। उनके द्वारा मौके पर निरीक्षण के लिए फॉरेस्टर को भेजा गया और कई बांज के पेड़ों के कटने की पुष्टि हुई है ।
चूंकि ये राजस्व का मामला है इसलिये रेंजर राखी जुयाल ने इसकी रिपोट राजस्व विभाग को भेज दी गई है जल्दी इस पर कार्यवाही की जाएगी।