विकासनगर
इंद्रजीत अस्वाल
बात स्वरोजगार की है तो उत्तराखंड सरकार आये दिन कह रही है कि हर उत्तराखंड का व्यक्ति स्वरोजगार करे उसको हर तरह से सरकार मदद करेगी l
वही आरटीओ विकासनगर सरकार की योजना पर कार्य करने वालो को परेशान कर रहा है l
बात आरटीओ की होती है तो गाड़ी वाले परेशान हो जाते हैं , छोटी छोटी बातों में आरटीओ लोगो को परेशान कर देते हैं l
आज जो मामला हम आपको बता रहे हैं वो विकासनगर के आरटीओ रावत जी का है जिन्होंने एक गरीब व्यक्ति जो कि अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए अपनी एक वैन से अपना स्वरोजगार चलाता है l
बीते दिनों में आरटीओ विकासनगर द्वारा एक सफेद नम्बर की गाड़ी का 6 हजार का चालान किया गया और जब वो व्यक्ति चालान भरने गया तो आरटीओ साहब ने उक्त व्यक्ति से 18 हजार की मांग कर दी l
अब गरीब व्यक्ति किस प्रकार 18 हजार भरे , क्या आरटीओ साहब को सड़कों पर सफेद नबर की गाड़ी से जूता चप्पल , कपड़े , व छोटे समान बेचने वाले गाड़ी नही दिखाई देतीl
जब हमारे द्वारा आरटीओ रावत जी से बात की गई तो उनका कहना था कि उक्त व्यक्ति निजी वाहन का इस्तेमाल अपने रोजी रोटी के लिए कर रहा है तो क्या !
आरटीओ साहब आप देहरादून के अन्दर निजी वाहनों से कपड़े, जुटे, व अन्य सामान बेचने वालों को नही देखते या फिर उनके साथ मामला पहले से फिट हैl