8 राज्यों सहित नेपाल तक श्रुति रावत व सविता मेहतो करेंगी साईकल से भ्रमण

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पुरोला 21फरवरी (नीरज उत्तराख॔डी):

स्वच्छ हिमालय,अखण्ड हिमालय व महिला सशक्तिकरण का संदेश लेकर साइक्लिंग पर निकली हैं दोनों साहसी बालिकाएं।

उत्तरकाशी जन पद के गोरसाली भटवाड़ी की बेटी श्रुति रावत स्वच्छ हिमालय अखण्ड हिमालय के संदेश को लेकर कर्तव्य फ़ाउंडेशन की ओर से तथा संयुक्त राष्ट्र की तरफ से महिला सुरक्षा व सशक्तिकरण का संदेश लेकर विहार छपरा की  सविता मेहतो दो फरवरी को अटारी बॉर्डर से निकली| 

दोनों बेटियां शनिवार हिमाचल से आराकोट,त्यूणी होते हुए पुरोला पहुंची जहां थानाध्यक्ष प्रदीप तोमर सहित कई जन प्रतिनिधियों ने उनका स्वागत कर उनके मंगलमय यात्रा की शुभकामनाएँ प्रेषित की। साइक्लिंग पर निकली श्रुति रावत उत्तरकाशी भटवाड़ी के गोरसाली गांव की बेटी है तथा सबिता मेहतो बिहार के छपरा की रहने वाली है।

दोनों ने साइकिलिंग एडवेंचर का यह सफर 2 फरवरी को अटारी बॉर्डर से शुरु कर पंजाब, जम्मू, कटरा होते हुए पठानकोट, नूरपुर, धर्मशाला होते हुए उत्तराखण्ड के आराकोट, त्यूणी 18 दिन में लगभग 1100 किमी की दूरी तय कर पुरोला पहुंची।जानकारी देते हुए सविता मेहतो व श्रुति रावत ने बताया कि स्वच्छ हिमालय,अखण्ड हिमालय तथा महिला सशक्तिकरण के संदेश को लेकर हमने यह सफर 2 फरवरी को अटारी बार्डर से शुरु किया जिसको अपने देश के पंजाब, उत्तराखण्ड, हिमाचल,जम्मू,सिक्किम,दार्जिलिंग, असम,अरुणाचल सहित 8 राज्यों व नेपाल तक लगभग 6 हजार किमी0 का लक्ष्य रखा गया है|  जिसको लगभग अप्रैल माह तक पूरा किया जाएगा और अरुणाचल से लगे चीन बार्डर तबांग में समापन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि हम एक दिन में 60 से 80 किमी0 की दूरी तय कर लेते हैं।श्रुति रावत के साथ एडवेंचर पर निकली सविता मेहतो ने कहा कि वह 2017 से साइकिलिंग एडवेंचर कर भारत के 29 राज्यों में सोलो इंडिया तथा  कम उम्र में यह साहसी कार्य करने को लेकर दो विश्व रिकॉर्ड के साथ 2018 मे 100 पावरफुल विमेन ऑफ एशिया का अवार्ड भी अपने नाम कर चुकी है।

श्रुति रावत की प्रशंसा करते हुए सविता मेहतो ने कहा कि पहली बार साइक्लिंग एडवेंचर पर निकली श्रुति बहुत साहसी व दृढ़ है,मुझे पूरा विश्वास है कि यह अपने लक्ष्य को बहुत ही कम समय मे पूरा करेगी। 

दोनों बालिकाओं का स्वागत करते हुए थानाध्यक्ष प्रदीप तोमर,क्षेत्र पंचायत निकेन्द्र नेगी,राधेकृष्ण उनियाल,वीरेंद्र सिंह चौहान,गजेंद्र सिंह व सचिन नौटियाल ने इनके साहसिक कार्य को अन्य बालिकाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बताया और कहा कि यह हमारे देश व प्रदेश  के लिए गौरव का विषय है।

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