स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के पर्यटन स्थल वीक एन्ड के बावजूद खाली पड़े हैं । ये शायद उन खबरों का असर है जहां जाम और भारी भीड़ का हवाला देकर देश दुनिया में यहां का नकारात्मक प्रचार किया गया था । पर्यटन से जुड़े लोग इससे दुखी हैं तो देखरेख में जुटी जिला पंचायत भी नुकसान होने की बात कह रही है।
ग्रीष्मकाल के सप्ताहांत(वीक एन्ड)में जहां पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिलती थी ,वहीं आज सड़के सूनी और पार्किंग खाली खाली नजर आ रही है।
प्रशासन द्वारा पर्यटकों के लिए नैनीताल शहर से 9 किलोमीटर दूर रूसी बायपास और नारायण नगर में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। पिछले दो वीकेंड में इन जगहों पर पार्किंग फुल थी लेकिन आज यहां सन्नाटा परसा हुआ हैं।
सरोवर नगरी नैनीताल में सरकार की कोविड नियमो में छूट के बाद पर्यटक शांत वादियों का आनंद उठाने के लिए पहुँच रहे थे । वीकेंड में लगभग 40 हज़ार पर्यटक नैनीताल घूमने पहुँचे आए। पर्यटक स्थलों में कोविड नियमों का उलंघन और पिछले दिनों प्रधानमंत्री द्वारा पर्यटक स्थलों में लोगों की भारी भीड़ पर चिंता वक्त करने के बाद सरकार ने भी पर्यटक स्थलों में भारी सख्ती कर दी।
नैनीताल जिला प्रशासन और पुलिस हल्द्वानी और कालाढूंगी से आने वाली यात्री गाड़ी और यात्रियों की कड़ाई ने चैकिंग की । नियमों का उल्लंघन होने पर पर्यटक वाहनों को बॉर्डर और इन चैक पोस्टों से ही वापस लौटा दिया गया । नैनीताल घूमने वालो के लिए जिला प्रशासन ने 3 शर्ते लागू की है। ये नियम हैं, जिन्होंने स्मार्ट सिटी देहरादून पोर्टल में पंजीकरण कराया है, जिनके पास 72 घंटे पूर्व की आर.टी.पी.सी.आर.रिपोर्ट है। साथ ही उन्हें नैनीताल में होटल की बुकिंग का साक्ष्य उपलब्ध भी कराना होगा।
रूसी बायपास में पार्किंग का संचालन कर रही जिला पंचायत के राजस्व निरीक्षक का कहना है कि, वीकेंड में पर्यटकों की कम भीड़ से उन्हें काफी नुकसान हो रहा है।
उन्होंने कहा कि, ऐसी स्तिथि में जिला पंचायत ने जो पैसा पार्किंग में खर्च किया है उसे वसूलने में दिखकत आ रही है । रूसी बायपास में ही शटल सेवा में टैक्सी चालक सलीम ने कहा कि पिछले वीकेंड में पर्यटकों की भारी भीड़ से उनका काम भी अच्छा चला था, लेकिन आज उन्होंने कुछ भी काम नही किया है।