लगभग 4-5 दिन से नगर पंचायत चमियाला और आस पास के गाँव में पानी का भारी संकट,नलो के हलक सूखे।
आपको बता दे की नगर पंचायत क्षेत्र के कई वार्डो , ग्रमीण क्षेत्र श्रीकोट, बेलेश्वर आदि में 4-5 दिन से पानी का संकट बना हुआ है।
एक तरफ दीपावली का त्यौहार दूसरी तरफ पानी ना होने के कारण स्थानीय लोगो में खासा रोष है।
आपको बताते चले की यह पहला मौका नहीं है जब त्योहारी सीजन में लोगों को पानी के लिए ऐसी किल्लत झेलनी पड़ रही हो बल्कि इससे पूर्व समय में भी पेयजल संस्थान द्वारा यह कई बार हो चूका है।
तहसीलदार बालगंगा लाटा को भी लोगो की पानी की समस्या की जानकारी है ।
लेकिन हैरानी की बात है कि नगर पंचायत अध्यक्ष ममता पंवार को इस बात की जानकारी नहीं है यह हम नही कह रहै है यह स्वयं उनका कहना है ।
जब हमने लोगो की इस समस्या के बारे में उनसे बात की तो उनका कहना था उन्हें किसी ने बताया ही नही कि उनके क्षेत्र में लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे है।
उधर नगर पंचायत सभासद पूरब सिंह नेगी ने भी उक्त मामले में कहा कि नगर पंचायत क्षेत्र में 4-5 दिन से पीने के पानी का संकट बना हुआ है।
वही जहा एक तरफ सहायक अभियंता अभिषेक वर्मा का फोन बंद आ रहा है तो वही जे ई ब्रहमपाल का कहना था कि वे पानी की लाइन को ठीक कर रहे है व टैंकरों से पानी देने की बात उनके द्वारा की जा रही थी।
ऐसे में सवाल यह है कि अगर टैंकरों से पीने के पानी की व्यवस्था की भी जाती है तो गांव में रहने वाले लोगो का पानी का संकट कैसे दूर होगा।
हैरानी तो सबसे ज्यादा इस बात को लेकर है कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग गैरजिम्मेदार वाला रवैया अपनाते है।
फिलहाल नगर पंचायत क्षेत्र व अन्य ग्रामीण क्षेत्रो में पानी ना होने से नलो के हल्क सूखे हुए है और लोग बूँद बूँद पानी के लिए तरस रहे है।
अब देखने वाली बात यह होगी की किस तरह स्थानीय प्रशासन लोगो की पानी की समस्या से निजात दिला पायेगा।
दीपावली की मिठास को फीका करने के लिए जलसंस्थान का यह रैवाया लोगो को बिल्कुल भी राष नही आया है कि वह साफ सफाई कर रहे है जबकि पूरे बरसात के सीजन में भी लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर गंदा पानी परोसा गया है।