देहरादून: उत्तराखंड में सहकारी समितियों के चुनाव की तिथियां घोषित कर दी गई हैं। राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण के अध्यक्ष हंसा दत्त पांडे के अनुसार, 24 और 25 फरवरी को सहकारी समितियों के चुनाव आयोजित किए जाएंगे। इस बार चुनाव में पहली बार महिलाओं के लिए 33% आरक्षण की व्यवस्था लागू की गई है, जिसे ऐतिहासिक कदम बताया जा रहा है।
चुनाव प्रक्रिया का कार्यक्रम:
-11 फरवरी:अनंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी।
– 14 फरवरी: नामांकन पत्रों की बिक्री शुरू होगी।
– 24 फरवरी: प्रबंध कमेटी के सदस्यों का चुनाव होगा और मतगणना के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे।
– 25 फरवरी:प्रतिनिधियों के लिए मतदान कराया जाएगा। इसी दिन सभापति, उपसभापति और अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों के लिए नामांकन पत्र जारी किए जाएंगे और चुनाव परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
महिलाओं के लिए आरक्षण:
इस चुनाव में पहली बार महिलाओं के लिए 33% आरक्षण की व्यवस्था लागू की गई है। इससे सहकारी क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ने और उनकी भूमिका मजबूत होने की उम्मीद है।
चुनावी तैयारियां:
राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण ने चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। प्रदेश की 670 से अधिक सहकारी समितियों में चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है।
राजनीतिक गतिविधियां:
चुनाव से पहले राज्य के विभिन्न हिस्सों में सहकारी समितियों के सदस्यों और प्रतिनिधियों के बीच चुनावी गतिविधियां तेज हो गई हैं। राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों की ओर से जोरदार प्रचार अभियान चलाया जा रहा है।
निष्कर्ष:
इस चुनाव के माध्यम से सहकारी समितियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की उम्मीद की जा रही है। महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था से सहकारी क्षेत्र में उनकी भूमिका मजबूत होने की संभावना है। यह कदम सहकारी समितियों के विकास और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।