- सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर 1000 वर्गमीटर में चला रहे थे प्लास्टिक दाना फैक्ट्री, प्रशासन ने की ताबड़तोड़ कार्रवाई
देहरादून: राजधानी में भूमाफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वे न सिर्फ सरकारी भूमि पर कब्जा कर रहे हैं, बल्कि प्रशासन और टैक्स विभाग को भी गुमराह कर रहे हैं। ताजा मामला देहरादून के सेलाकुई स्थित शेरपुर क्षेत्र का है, जहां सरकारी भूमि पर कब्जा कर प्लास्टिक का दाना बनाने की अवैध फैक्ट्री चला दी गई।
फैक्ट्री का जीएसटी पंजीकरण भी ले लिया, लेकिन प्रशासन ने खेल किया खत्म
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नूर हसन नामक व्यक्ति ने करीब 1000 वर्गमीटर क्षेत्र में फैक्ट्री खड़ी कर दी थी। हैरानी की बात यह है कि इस अवैध निर्माण के बावजूद उसने जीएसटी विभाग से फैक्ट्री के लिए पंजीकरण भी हासिल कर लिया, जो अपने आप में गंभीर लापरवाही का संकेत है।
नदी श्रेणी की भूमि, नहीं हो सकता श्रेणी परिवर्तन
अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) जयभारत सिंह ने बताया कि उन्हें इस अवैध कब्जे की सूचना मिलने पर तत्काल तहसीलदार से जांच करवाई गई। जांच में सामने आया कि जिस भूमि पर कब्जा किया गया है, वह नदी श्रेणी की भूमि है, जिसका किसी भी परिस्थिति में भूमि उपयोग परिवर्तन (Land Use Change) नहीं किया जा सकता।
प्रशासन की सख्ती: फैक्ट्री सील, अवैध निर्माण ढहाया गया
जांच के बाद जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री को सील कर दिया और बुलडोजर की मदद से अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। प्रशासनिक एक्शन से क्षेत्र में हलचल मच गई।
जिलाधिकारी ने दिए सख्त निर्देश, सभी उपजिलाधिकारी अलर्ट पर
जिलाधिकारी सविन बंसल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सरकारी भूमि की निगरानी करें और यदि कहीं अतिक्रमण हो, तो उसे तुरंत हटाकर तारबाड़ कराई जाए। जिलाधिकारी ने साफ किया कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।