• Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • वेल्थ
  • हेल्थ
  • मौसम
  • ऑटो
  • टेक
  • मेक मनी
  • संपर्क करें
No Result
View All Result
No Result
View All Result

Home पर्वतजन

कमीशनखोर डीएफओ का कहना है कि ……..

in पर्वतजन
0
ShareShareShare

कृष्णा बिष्ट//

वर्तमान में DFO चंपावत A.K Gupta पर सप्लायर से  प्रति टिन 3 रुपये का कमीशन मांगने का आरोप है, इस अवैध मांग का ऑडियो सामने आने से खलबली मची हुई है।

Related posts

एसजीआरआर काॅलेज ऑफ नर्सिंग के नेशनल सेमीनार में स्वास्थ्य देखभाल प्रणांली में गुणवत्ता सुधार पर हुआ मंथन

September 30, 2023
23

श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में मार्गदर्शन और परामर्श विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

September 29, 2023
18

यह ठेकेदार बरेली का रहने वाला है तथा उसने वर्ष 2014 15 में 80-80 हजार टिन की सप्लाई की थी।इसका भुगतान नहीं होने पर वह डीएफओ से काफी अनुरोध करता है लेकिन डीएफओ कहता है कि अब 31 मार्च गुजर गया है इसलिए भुगतान होने में दिक्कत हो रही है ।

काफी अनुनय-विनय करने के बाद डीएफओ तैयार तो हो जाता है लेकिन भुगतान करने के एवज में कहता है कि आजकल 3 रूपए प्रति टिन का रेट चल रहा है। ठेकेदार इतना रुपए देने में असमर्थता जताता है ।लेकिन फिर थोड़ा एडजस्ट करने के बाद दोनों तैयार हो जाते हैं।

https://parvatjan.comwp-content/uploads/2017/09/AUD-20170923-WA0004.mp3

डीएफओ कहता है कि यदि हर डिपों का अलग-अलग बिल भेज दिया जाता है तो भुगतान हो सकता है।देखना यह है कि उच्चाधिकारी इस ऑडियो का संज्ञान लेते हैं या नहीं

यह काफी चर्चित  डीएफओ है।   जुगाड़ से चंपावत वन प्रभाग में दोबारा तैनाती लेकर 5-6 साल एक ही वन प्रभाग मे रहने का रिकार्ड भी इन्हीं के नाम है।

आरक्षित वन क्षेत्र में  बिना वन भूमि हस्तांतरण के अवैध रूप से सडक़ बनाने तथा लीसा  चोरी , अवैध पेड़ों का कटान व कमिश्नर कुमाऊं की मीटिंग में मोबाइल पर Candy Crush खेलने का कीर्तिमान भी इन्हीं के नाम हैं। यह उत्तराखंड के ऐसे पहले अधिकारी हैं, जिनकी वन संरक्षक के पद पर पदोन्नति होने के बावजूद  उच्च न्यायालय नैनीताल से अपने  खुद के ही पदोन्नति के खिलाफ स्टे ऑर्डर लाकर  डीएफओ चंपावत के पद पर बने रहने का कीर्तिमान भी है ।

हालांकि जब पर्वतजन ने पूछा तो डीएफओ क्या कहता है जरा सुनिए,-”

मैने किसी का पेमेन्ट नहीं रोका है, जब पेमेन्ट ही नहीं रोका तो 3 रु. टिन मांगने का मतलब क्या बनता है । अगर कोई किसी की फ़ोन पर बातचीत को रिकॉर्डिंग कर एक- दो साल बाद सार्वजनिक करे तो उसका इन्टेन्सन समझा जा सकता है ।

चीफ़ के आदेशानुसार अब उत्तराखंड के बाहर से टिन नहीं ले सकते हैं, जब मैने उस से टिन लेने से मना किया तो वो ब्लैकमेलिंग पर उतर आया है। इस समय ट्रांसफर सीजन चल रहा है, लिस्ट भी निकलने वाली होगी तो तब इस को मुद्दा बनाया जा रहा है, इस प्रकरण में किसी विभाग के अंदर के किसी शख्स की भी मिलीभगत हो सकती है।”

अब मिलीभगत किसकी है या नही यह तो ठेकेदार और डीएफओ जाने।बहरहाल इस प्रकरण पर विभाग तथा मंत्रालय क्या एक्शन लेता है,यह देखने वाली बात होगी। क्योंकि कभी सालों में ऐसे सबूत जनता तक आ पाते हैं।

Previous Post

अब स्वच्छता अभियान को भी मिलेगा न्याय

Next Post

फिर 2004 के मुहाने पर हरिद्वार

Next Post

फिर 2004 के मुहाने पर हरिद्वार

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *










पर्वतजन पिछले २२ सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |

Recent News

  • एसजीआरआर काॅलेज ऑफ नर्सिंग के नेशनल सेमीनार में स्वास्थ्य देखभाल प्रणांली में गुणवत्ता सुधार पर हुआ मंथन
  • दुखद: यहां बिजली गिरने से देवर-भाभी की मौत
  • दुखद: बाथरुम में मृत मिले एडिशनल जज
October 2023
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
3031  
« Sep    
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions

© Parvatjan All rights reserved. Developed by Ashwani Rajput

No Result
View All Result
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • वेल्थ
  • हेल्थ
  • मौसम
  • ऑटो
  • टेक
  • मेक मनी
  • संपर्क करें

© Parvatjan All rights reserved. Developed by Ashwani Rajput

error: Content is protected !!