विनोद कोठियाल
गढ़वाल मंडल विकास निगम के जोशीमठ पर्यटक आवास गृह के प्रबंधक सुशील पंवार ने पर्यटकों के लिए नए साल में कुछ विशेष आयोजन भी किए। उनके स्वागत में स्थानीय वाद्य यंत्रों से उनका स्वागत किया गया और वर्ष 2018 की विदाई और नए वर्ष 2019 की पूर्व संध्या को खास यादगार बनाने के लिए स्थानीय वाद्य यंत्रों से पर्यटकों का खासा स्वागत और मनोरंजन किया गया। इसको पर्यटकों द्वारा काफी सराहा जा रहा है।
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उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से लगभग 300 किलोमीटर दूर जोशीमठ और औली में इस वर्ष नव वर्ष मनाने के लिए सर्वाधिक अग्रिम बुकिंग हुई है, जोकि पर्यटन व्यवसाय के लिए एक शुभ संकेत है।परंतु यहां यह भी बात देखने योग्य है कि राजधानी देहरादून से 300 किलोमीटर दूर जोशीमठ और औली में ही इतनी भारी-भरकम पर्यटकों की भीड़ नव वर्ष के लिए क्यों उमडी हुई है !
क्या यहां पर पर्यटकों के लिए इस प्रकार की विशेष आयोजन किया जा रहा है, जिस कारण पर्यटक यहां से आकर्षित हो रहे हैं ? जबकि जीएमवीएन के अन्य पर्यटक आवास गृह में इस प्रकार की भीड़ नव वर्ष पर देखने को नहीं मिल रही है। निश्चित रूप से ही अगर देहरादून की राजधानी से 300 किलोमीटर दूर पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है तो यह कहा जा सकता है कि यहां पर प्रबंधकों द्वारा कुछ विशेष तो किया ही जा रहा है, जिससे कि यह व्यवस्थाएं पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है।
औली अपने आप में अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल के रूप में काफी नाम कमा चुका है और इसी कारण शायद यहां पर पर्यटक आ रहे हैं, परंतु इन सब चीजों के पीछे स्थानीय प्रबंधन का भी काफी बड़ा रोल है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है की 25 दिसंबर को सुबह 10:00 बजे की जोशीमठ से औली के लिए जाने वाले रोप वे की टिकट फुल हो गई थी और यह स्थिति लगभग 5 जनवरी तक बनी हुई है। 25 दिसंबर से जनवरी तक की फुल बुकिंग होने के स्थानीय पर्यटन व्यवसाय के चेहरों पर भी खुशी की लहर है।
अब देखना यह है कि इस प्रकार की आकर्षक पहल पर्यटकों को कितने लंबे समय तक अपनी ओर आकर्षित करती रहेंगी बहरहाल जो भी हो जीएमवीएन को एक मजबूत आर्थिक स्थिति में लाने के लिए यह अपील एक अपने आप में सराहनीय कदम है।