उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बर्फबारी के कारण यमुनोत्री हाईवे राड़ी टॉप पर अवरुद्ध पड़ा है। इसके चलते बड़कोट आईटीआई से पैदल ही अपने घरों के लिए निकले सात छात्र पोल गांव और राड़ी के बीच जंगल में भटक गए हैं।
सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन विभाग ने इन छात्रों की खोजबीन शुरू कर दी है। समाचार लिखे जाने तक इन छात्रों का कुछ पता नहीं चल पा रहा है। हालांकि इनसे दूरभाष पर संपर्क हो रहा है। इन छात्रों में से एक छात्र की तबीयत ठंड के कारण बिगड़ गई है। जबकि दो छात्र इनसे अलग कहीं और भटक गए हैं।
जानकारी के अनुसार, बड़कोट आईटीआई के छात्र चिन्यालीसौड़ निवासी दीपक ने बताया कि आजकल बर्फबारी के चलते वह अपने घरों को लौट रहे थे। उनके साथ प्रहलाद, सूरज, शुभम, विशाल, राजन और अनुज सेमवाल भी बड़कोट से अपने घरों के लिए निकले थे।
उत्तरकाशी की ओर पहुंचने के लिए यमुनोत्री हाईवे राड़ी टॉप में बर्फ से अवरुद्ध होने के कारण उन्हें बड़कोट से कोई वाहन नहीं मिला। तब उन्होंने शुक्रवार दोपहर 12:00 बजे पैदल ही उत्तरकाशी की ओर चलना शुरू कर दिया।
जंगल के रास्ते में भी भारी बर्फ बिछी होने के कारण वह रास्ता भटक गए। वर्तमान में वह पोल गांव और राड़ी टॉप के बीच मुराल्टा के जंगल में कहीं फंसे हुए हैं। आस-पास कोई गांव या आबादी नहीं होने के कारण उन्हें रहने के लिए भी कोई जगह नहीं मिल पा रही है।
कड़ाके की ठंड के कारण उनके साथी अनुज सेमवाल की तबीयत बहुत बिगड़ गई है। जबकि विशाल और राजन उनसे आगे निकल गए हैं। जिनके बारे में उन्हें कुछ पता नहीं है। उन्होंने बताया कि जंगल में भटकने पर उन्होंने विभिन्न माध्यमों से प्रशासन तक अपने फंसे होने की सूचना पहुंचा दी है। लेकिन अभी तक उन तक मदद नहीं पहुंची है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि राड़ी टॉप के आसपास जंगल में छात्रों के फंसे होने की सूचना मिली है। पुलिस, एसडीआरएफ एवं आपदा प्रबंधन की टीमों को मौके के लिए रवाना किया गया है। इन छात्रों की खोजबीन कर रेस्क्यू की कोशिश की जा रही है।